नालंदा : कैंसर पर एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का हुआ आयोजन

बिहारशरीफ
  • हर प्रखंड से दो एएनएम को दिया गया प्रशिक्षण
  • लक्षणों के पहचान एवं स्क्रीनिंग के बारे में दी गयी जानकारी
  • होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र के चिकित्सकों द्वारा दिया गया प्रशिक्षण

बिहारशरीफ/ अविनाश पांडेय: कैंसर मरीजों की पहचान एवं उन्हें बेहतर उपचार की सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से गुरुवार को जिला सदर अस्पताल स्थित सिविल सर्जन सभागार में कैंसर पर जिला की एएनएम कर्मियों के लिए एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अबसर पर जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. राममोहन सहाय,अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. विजय कुमार सिंह व सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे । होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र, मुजफ्फरपुर की डॉ स्वाति एवं डॉ सूर्या द्वारा प्रतिभागियों को लक्षणों के पहचान एवं स्क्रीनिंग के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी।

लक्षणों की पहचान एवं स्क्रीनिंग के बारे में दी गयी जानकारी
जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. राममोहन सहाय ने बताया कि सभी प्रखंडों से दो दो एएनएम को कार्यशाला में कैंसर के लक्षणों की पहचान कर मरीजों की स्क्रीनिंग करने के बारे में विस्तार से बताया गया। साथ ही, कुछ सामन्य कैंसर जैसे ब्रैस्ट कैंसर एवं मुंह के कैंसर इत्यादि के संभावित कारणों, लक्षणों एवं उससे बचाव के लिए जरुरी जानकारी उनके साथ साझा की गयी.

कैंसर के लक्षणों की पहचान जरुरी
प्रतिभागियों को कैंसर के लक्षणों के पहचान पर विस्तार से जानकारी दी गयी। शामिल एएनएम कर्मियों को बताया गया कि अगर किसी व्यक्ति के शरीर के किसी अंग में असामन्य सूजन का होना तिल या मस्सों के आकार या रंग में परिवर्तन, लगातार बुखार या वजन में कमी, स्तन में सूजन या कड़ापन का होना तथा घाव का लंबे समय से नहीं भरना जैसे लक्षण नजर आते हैं तो अविलंब उन्हें नामित कैंसर संस्थान में रेफर किया जाए और चिकित्सीय प्रबंधन की व्यवस्था की जाये।

तंबाकू, धूम्रपान संग आर्सेनिकयुक्त पानी भी होते हैं कैंसर के मुख्य कारण
डॉ. स्वाति एवं डॉ. सूर्या ने बताया, कैंसर की बीमारी का मुख्य कारणों में लोगों द्वारा अधिकाधिक मात्रा में धूम्रपान व तम्बाकू का सेवन तो है ही, साथ में आर्सेनिक युक्त पानी का सेवन व आजकल बाजार में पाए जा रहे अथिकतर खाद्य वस्तुओं में मिले केमिकल्स भी हैं। डब्लूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में भारत में कैंसर मरीजों की संख्या लगभग 25 लाख से ज्यादा है। इसलिए धूम्रपान व तंबाकू सेवन से बचें।

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