बेतिया : गंडक एवं कोशी परियोजना पर भारत-नेपाल संयुक्त समिति की हुई बैठक

बेतिया

गंडक परियोजना की आधारभूत संरचनाओं की सुरक्षा, रख-रखाव, बाढ़, कटाव एवं जलापूर्ति जैसे विषय पर विस्तृत चर्चा

पश्चिम चम्पारण जिला पदाधिकारी ने गण्डक नदी की बाढ़ से तबाही और अन्य समस्याओं को विस्तार पूर्वक तथ्यों को सुझाव समिति के समक्ष प्रस्तुत किया….

बेतिया/अवधेश कुमार शर्मा : भारत-नेपाल संयुक्त समन्वय समिति की 10 बैठक चाणक्य होटल पटना में 12 अप्रैल 2022 को प्रारम्भ हुई। उपर्युक्त 3 दिवसीय बैठक में कोसी एवं गंडक परियोजना पर विस्तृत विचार विमर्श किया गया।

उपर्युक्त द्विपक्षीय आधिकारिक वार्ता में भारत एवं नेपाल के उच्चाधिकारी शामिल हैं। जिसकी अध्यक्षता संजय कुमार अग्रवाल डब्लूआरडी बिहार के सचिव ने की। जिसमें रवीन्द्र कुमार शंकर अभियंता इन चीफ डब्लूआरडी, ईश्वर चन्द्र ठाकुर, इंजीनियर इन चीफ इरिगेशन क्रिएशन डब्लूआरडी, शैलेन्द्र इंजीनियर इन चीफ बाढ़ नियंत्रण एवं ड्रेनेज डब्लूआरडी, अमित ए. शुक्ल निदेशक (नॉर्थ) एमईए, डॉ. एम.के. निगम मुख्य अभियंता (एल-1) पूर्व गोरखपुर, शेर सिंह सदस्य, जीएफसीसी, मनोज रमन मुख्य अभियंता, बाढ़ नियंत्रण डब्लूआरडी, हरि नारायण मुख्य अभियंता इरिगेशन क्रिएशन डब्लूआरडी दरभंगा, विजेन्द्र कुमार राम मुख्य अभियंता इरिगेशन क्रिएशन डब्लूआरडी मोतिहारी शामिल हैं।

वहीं विशेष आमंत्रित पदाधिकारियों में जिला पदाधिकारी महाराजगंज उतरप्रदेश, जिला पदाधिकारी सुपौल एवं जिला पदाधिकारी पश्चिम चम्पारण बेतिया शामिल हुए। उपर्युक्त बैठक में कोसी एवं गंडक परियोजना के संचालन, अनुरक्षण, प्रबंधन, सुरक्षा एवं बचाव से जुड़े मुद्दों को लेकर दोनों पडोसी देश के उच्चाधिकारियों ने गहन विचार-विमर्श किया। दोनों देश के पदाधिकारियों ने भविष्य में इस क्षेत्र में सहयोग अत्यधिक सुदृढ़ एवं सशक्त (कारगर) बनाने की विधि पर विशेष मंथन किया।

भारत-नेपाल संयुक्त समिति की बैठक में परियोजना की अधिग्रहित भूमि पर वहाँ के लोगों के अनाधिकृत कब्जा, पश्चिम कैनाल के पानी से बड़े हिस्से में कृषि भूमि के डूबने, भूमि की सुरक्षा के लिए बाढ़ एवं कटावरोधी उपाय, इस पर बने सर्विस रोड का रख रखाव एवं शिल्ट जैसे विषय पर चर्चा की गई। जिला पदाधिकारी पश्चिम चम्पारण बेतिया कुंदन कुमार ने उपर्युक्त विषय पर आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में पश्चिम चम्पारण जिला गण्डक नदी की बाढ़ से तबाही और अन्य समस्याओं को विस्तार पूर्वक तथ्यों को सुझाव समिति के समक्ष प्रस्तुत किया।