बड़े पैमाने पर मधु उत्पादन कर ब्रांडिंग की आवश्यकता…
सभी प्रखंड में कृषि यंत्र बैंक स्थापित कराने का निर्देश….
अवधेश कुमार शर्मा/बेतिया मो पश्चिम चम्पारण जिला पदाधिकारी दिनेश कुमार राय ने कार्यालय प्रकोष्ठ में जीविका कार्यान्वित योजनाओं, कार्यक्रमों की समीक्षा किया। समीक्षा के क्रम में जिला परियोजना प्रबंधक ने जीविका अंतर्गत संचालित योजनाओं की कार्य प्रगति से डीएम को अवगत कराया।
डीएम ने कहा कि जीविका संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों से सर्वाधिक ग्रामीणों को लाभान्वित करने को उत्कृष्ट विधि से कार्य योजना तैयार करने होंगे। जीविका से जुड़े सभी पदाधिकारी टीम वर्क के साथ कार्य कर लोगों को लाभान्वित करें। जिला परियोजना प्रबंधक जीविका ने बताया कि जीविका दीदियों को कृषि क्षेत्र में सुविधा को 14 कृषि यंत्र बैंक की स्थापना की गयी है।
कृषि यंत्र बैंक में ट्रैक्टर के अलावा खेती करने के सभी उपकरण शामिल हैं। डीएम ने इस पहल की प्रशंसा किया। सभी प्रखंड में इसकी स्थापना का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि वीटीआर क्षेत्र में मधुमक्खी पालन की असीम संभावनाएं हैं। वृहद स्तर पर मधु उत्पादन कर ब्रांडिंग करने की आवश्यकता है। इसके साथ ही जिला में सतत जीविकोपार्जन योजना से पात्र लाभुकों को लक्ष्य के अनुरूप लाभान्वित किया जाय।
उन्होंने कहा कि नीरा उत्पादन को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। इसके लिए इच्छुक लोगों को जागरूक एवं प्रेरित किया जाय। उप विकास आयुक्त अनील कुमार ने कहा कि जीविका संचालित योजनाओं का प्रभावी विधि से क्रियान्वयन को जिलास्तर पर एक समन्वय समिति का गठन करने की आवश्यकता है।
जिला में किसान उत्पादक समूह की बात करते हुए अपर समाहर्ता, राजीव कुमार सिंह ने जीविका के माध्यम से एक खास उत्पाद पर फोकस कर प्रोड्यूसर कम्पनी को आगे बढ़ाने पर बल दिया। जिला परियोजना प्रबंधक आर के निखिल ने बताया कि संस्थागत निर्माण एवं वितीय समावेशन अंतर्गत वितीय वर्ष 2023-24 में 421 स्वयं सहायता समूह का गठन किया गया है। 4098 परिवार एसएचजी से आच्छादित हैं।
32 ग्राम संगठन, 518 स्वयं सहायता समूह का बचत खाता, 3571 बैंक से क्रेडिट लिंकेज सहित 195567 दीदियों को बीमा से आच्छादित किया गया है। उन्होंने बताया कि जिला में नीरा उत्पादक समूह की संख्या 11 है। 240 नीरा टेपरों की संख्या है। नीरा उत्पादन के लिए 345 अनुज्ञप्ति जारी किया गया है। जिला में वर्तमान समय में 172010 लीटर नीरा का उत्पादन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि जिला में 180 उत्पादक समूह हैं। इसके अंतर्गत 3345 बकरी पालक परिवार, 225 पशु सखी, 2880 मुर्गी पालक परिवार हैं। इसके साथ ही 87335 मुर्गी (चूजा) का वितरण किया गया है। उन्होंने बताया कि नन फार्म संबंधित गतिविधि के अंतर्गत जिले में 12 मधु उत्पादक समूह हैं। इसके साथ ही सिक्की उत्पादन के 02, बांस उत्पादन के 01, अगरबती उत्पादन के 01, डिटर्जेंट उत्पादन के 01 समूह हैं।
इस वितीय वर्ष में 568 जीविका दीदियों को पीएमएफएमई योजना से लाभान्वित कराया जा चुका है। इस बैठक में उप विकास आयुक्त, अनिल कुमार, अपर समाहर्ता, राजीव कुमार सिंह, जिला परियोजना प्रबंधक, जीविका, आरके निखिल व जीविका के सभी विषयगत प्रबंधक उपस्थित रहे।