चंपारण : स्कूलों तथा आंगनबाड़ी केंद्रों पर खिलाई गई अल्बेंडाजोल एवं डीईसी की गोली

बेतिया

बेतिया / राजन द्विवेदी। जिले के 14 प्रखंडो के सभी स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों पर विशेष कार्यक्रम आयोजित करते हुए बच्चों को अल्बेंडाजोल एवं डीईसी की गोली खिलाई गई। इस कार्यक्रम के तहत 02 वर्ष से ऊपर आयु के सभी स्वस्थ बच्चों व किशोरों को आशा, सेविका सहायिका व शिक्षकों के निगरानी में सर्वजन दवा खिलाई गई।

इस सम्बन्ध में जिले के सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार ने कहा की बूथ लगाकर स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा बच्चों को 03 दिनों तक दवा का सेवन कराया जाना है। उन्होंने बताया की इससे बच्चे हाथी पाँव के साथ ही पेट में होने वाली कृमि के खतरे से भी बचेंगे। सिविल सर्जन ने बताया कि सभी स्कूलों तथा आंगनबाड़ी केंद्रों को प्रतिदिन रिपोर्ट देने एवं प्रखंड, जिला स्तर से निगरानी करने सम्बन्धित निर्देश दी गईं है।

उन्होंने बताया की खाली पेट दवा न खाने की लोगों को सलाह दी गईं है, ताकि किसी भी तरह की दिक्कत न हो, वहीं अगर किसी को समस्या हो तो नजदीकी अस्पताल जाकर स्वास्थ्य जाँच करवाना चाहिए और अफवाहों से बचना चाहिए।

स्वास्थ्य कर्मियों के सामने खानी है दवा:

डीभीडीसीओ डॉ नवल किशोर प्रसाद ने बताया की स्वास्थ्य कर्मियों के सामने खानी है दवा। 02 से 5 वर्ष की उम्र तक के बच्चों को डीईसी की एक गोली एवं एलबेंडाजोल की एक गोली, 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की दो गोली एवं एलबेंडाजोल की एक गोली एवं 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की तीन गोली एवं एलबेंडाजोल की एक गोली दी जाएगी।

एलबेंडाजोल का सेवन चबाकर किया जाना है। खाली पेट दवा का सेवन नहीं करना है। वहीं जिले के भीडीसीओ प्रशांत कुमार ने बताया की केवल गर्भवती महिलाओं, दो साल से कम उम्र के बच्चों एवं गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को यह दवा सेवन नहीं करनी है। दो साल से पांच साल तक के बच्चे भी फाइलेरिया दवाओं का सेवन कर सकते हैं और स्वास्थ्य कर्मी की निगरानी में ही दवा का सेवन करना है।