प्रशिक्षण उपरांत बिना किसी प्रलोभन के निष्पक्ष एवं पारदर्शी रुप से कार्य सम्पादित करें अमीन
अवधेश कुमार शर्मा, बेतिया। पश्चिम चम्पारण जिला में नवनियुक्त 52 अमीनों का सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ शुक्रवार को जिला पदाधिकारी दिनेश कुमार राय ने दीप प्रज्जवलित कर किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम 09 जून 2023 से प्रारंभ होकर 16 जून 2023 तक संचालित होगा।प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए जिला पदाधिकारी ने अमीनों से कहा कि सभी योग्य अमीन है। बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद, पटना की आयोजित परीक्षा में सफल हुए हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम का पूरा लाभ प्राप्त करें। उत्कृष्टता पूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करें। प्रत्येक बिन्दु को समझें। प्रशिक्षण के दौरान संकोच नहीं करें, जो बातें समझ में नहीं आए, उसे प्रशिक्षकों के समक्ष उठायें, प्रशिक्षक आपको भलीभांति समझायेंगे।
उन्होंने कहा कि भूमि सम्बंधित समस्याओं के निष्पादन में अमीनों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। अब आप सरकार के महत्वपूर्ण अंग हो गये हैं। प्रशिक्षण उपरांत विभागीय दिशा-निर्देशों के अनुरुप अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निर्वहन करें। भूमि सम्बंधी मामलों का निष्पादन निष्पक्ष एवं पारदर्शी रुप से नियमानुकूल कार्य करेंगे। वरीय पदाधिकारियों के दिशा-निर्देशों का अनुपालन करेंगे। किसी भी प्रलोभन में नहीं पड़ना है। कार्य के दौरान लापरवाही नहीं बरतेंगे। जिला पदाधिकारी ने नवनियुक्त सभी अमीनों को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि भूमि विवाद (मापी, सीमांकन) के निपटारे में जिला प्रशासन को काफी सहायता मिलेगी। आमजन और प्रशासन को आपसे अधिक उम्मीदें है।
जिला प्रशासन आप सभी से अपेक्षा रखता है कि प्रशिक्षण के उपरांत भूमि विवादों का विधिवत समाधान करेंगे। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त अनील कुमार एवं अपर समाहर्ता राजीव कुमार सिंह ने अमीनों का उत्साहवर्धन किया। उन्हें राजस्व सम्बंधित विभिन्न पहलूओं की जानकारी दी गयी। शुक्रवार के प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षकों को अमीनों को राजस्व विभाग एवं सर्वेक्षण का संक्षिप्त इतिहास एवं कैडेस्ट्रॉल सर्वे, रिविजन सर्वे, चकबंदी की सामान्य जानकारी, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग से सम्बंधित अधिनियमों एवं नियमावली की संक्षिप्त जानकारी, जिलास्तरीय राजस्व प्रशासन का स्वरुप की जानकारी दी गयी।
उसी प्रकार अगले प्रशिक्षण दिवस को बीटी एक्ट 1885 की संक्षिप्त जानकारी, भू-मापी की पृष्टभूमि, महत्व, परम्परागत एवं आधुनिक तकनीक का परिचय, भू-मापी एवं राजस्व सम्बंधी शब्दावली, मापी प्रक्रिया से सम्बंधित गणित, बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त अधिनियम 2011 एवं नियमावली 2012, मानचित्र में प्रयोग होने वाले संकेत चिन्हों की जानकारी, बिहार भूमि दाखिल खारिज अधिनियम 2011 एवं नियमावली 2012, गैरमजरूआ आम/मालिक/कैसरे हिन्द, भू-दान से संबंधित भूमि की जानकारी, भू-मापी के आधुनिक तकनीक का उपयोग, भूमि बंदोबस्त अतिक्रमण के प्रस्ताव में नक्शा बनाने की प्रक्रिया, भू-अर्जन अधिनियम 2013 एवं अमीन की भूमिका, भू-मापी में फील्डबुक का संधारण,
भूमि बंदोबस्ती, वासगीत पर्चा की जानकारी, लोक भूमि अतिक्रमण अधिनियम 1956 एवं अमीन की भूमिका, राजस्व विभाग के सॉफ्टवेयर एवं ऑनलाईन सेवाएं, बिहार भूमि विवाद निराकरण अधिनियम की जानकारी एवं अमीन की भूमिका, अंचल का कार्य प्रणाली, रिर्पोटिंग एवं अमीन की भूमिका, राजस्व सम्बंधी अधिनियम की विस्तृत जानकारी प्रदान की जायेगी। इसके साथ ही राजस्व सम्बंधी अधिनिम एवं नियमावली की जांच परीक्षा ली जायेगी तथा मूल्यांकन एवं फीडबैक भी लिया जाएगा।