बेतिया/अवधेश कुमार शर्मा: पश्चिम चम्पारण जिला मुख्यालय बेतिया में ‘अंग्रजो भारत छोड़ो आंदोलन’ के दौरान 24 अगस्त 1942 में आठ युवा व किशोर अंग्रजों की गोलीबारी में शहीद हुए। बेतिया में झंडा फहराने निकले क्रांतिवीरों पर अंग्रेजों की गोलीबारी में शहीद हुए आठ शहीदों में एक लौकरिया के 12 वर्षीय किशोर जगन्नाथपुरी की शहादत दिवस पर उनके आवास जगन्नाथपुरी चौक पर स्थापित उनकी प्रतिमा पर आइसा और भाकपा माले ने माल्यार्पण किया।
तदुपरांत आइसा जिलाध्यक्ष अभिमन्यु राव ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि महात्मा गांधी के ‘अंग्रजों भारत छोड़ो’ के आह्वान पर अंग्रेजी सरकार के विरुद्ध पुरे देश में आंदोलन परवान पर रहा। जिससे अंग्रेजी उपनिवेश की चूलें हिल गई। चम्पारण में देशभक्तों ने 24 अगस्त 1942 को विशाल जुलूस निकाल बेतिया में अंग्रेजों के अनुमंडल पदाधिकारी बेतिया के कार्यालय पर तिरंगा फहराने का मन बनाया। जिला के कोने कोने से जुलूस की शक्ल में लोग बेतिया पहूंचे। माले नेता सुरेंद्र नाथ ने बताया कि लौकरिया निवासी 12 वर्षीय पांचवें वर्ग के विद्यार्थी जगन्नाथपुरी जो सुबह से ही अपने संगी साथियों को भारत छोड़ो आंदोलन के जुलूस में शामिल होने के लिए कहते रहे।
लौकरिया के महान स्वतंत्रता सेनानी बाबू खेंहर राव, रोजा राउत, इंद्रासन राव, विन्देश्वरी राव, रामनारायण सिंह के साथ जगन्नाथपुरी जुलूस में शामिल हो बेतिया निकल गए। रास्ते में जब कुछ लोगों ने बताया कि जुलूस के दौरान बेतिया में अंग्रेज गोली चलाएंगे। इसकी परवाह किये बिना हम अंग्रेजों की गोलियों से ड़रने वाले नहीं हैं। बेल भर के मुड़ी (सिर) ना रही लेकिन देश तो आजाद होके रही। आज़ादी के दीवानों पर बेतिया में अंग्रेजों ने गोली चलवाया, जिसमें 12वर्षीय किशर जगन्नाथपुरी समेत कुल 8 में देशभक्त शहीद हो गए। उनके शहादत से साम्राज्यवाद से लड़ने की प्रेरणा मिलती है। उनके परिवार का कोई नहीं बचा है, लेकिन जगन्नाथपुरी का भारत अंग्रेज फिरंगियों से मुक्त हो गया है।
ग्रामीणों ने बताया कि अपने माता पिता के इकलौते संतान जगन्नाथपुरी में इतने कम उम्र में देशभक्ति की जज्बा कुटकुट कर भरा रहा। शहादत के बाद क्रान्तिकारियों में बाबू खेंहर राव की देख देख में उन्हें अपने घर के समीप बगीचे में समाधी दिया। ग्रामीणों के सहयोग से अप्पू राव की जमीन में 2016 में उनकी प्रतिमा स्थापित की गई।
प्रतिमा का अनावरण विधानसभा के तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष विजय चौधरी ने किया। प्रखंड प्रशासन ने शहीद जगन्नाथपुरी की प्रतिमा पर 15 अगस्त और 26 जनवरी को सलामी दी जाती है। अगस्त क्रांति 24 अगस्त 1942 की शहादत दिवस पर अनुप राव, चन्दन चौधरी, पी एन राव, सोमेन कुमार उपस्थित रहे।
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