चंपारण के प्रबुद्धजनों ने डीआईजी पीके प्रवीण की प्रशंसा की

बेतिया

बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद कनीय पुलिस पदाधिकारी शराब के नशे में गिरफ्तार
चंपारण प्रक्षेत्र के डीआईजी पीके प्रवीण ने शराबी रीडर को कराया गिरफ्तार

बेतिया/अवधेश कुमार शर्मा : पश्चिम चंपारण जिला मुख्यालय बेतिया स्थित चम्पारण प्रक्षेत्र पुलिस उपमहानिरीक्षक कार्यालय का रीडर सोमवार शराब पीने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उल्लेखनीय है कि डीआईजी के रीडर की गिरफ्तारी डीआईजी आवास से किया गया। सूत्र बताते हैं कि बेतिया मुफ़स्सिल थाना की पुलिस ने रीडर की गिरफ्तारी को अंजाम दिया है।

चंपारण प्रक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक पीके प्रवीण के रीडर को शराब के नशे में मुफस्सिल थाना की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस गिरफ्तारी से बेतिया पुलिस में सनसनी फैल गई है। इस बावत चंपारण प्रक्षेत्र के डीआईजी पीके प्रवीण ने बताया कि सरकार के शराबबंदी को सफल बनाना सभी पुलिस पदाधिकारी व कर्मियों का कर्त्तव्य है। उन्हें रीडर की शराब पीने की खबर पर रीडर की गिरफ्तारी करवाई है। हमारे सूत्रों के अनुसार चंपारण रेंज के डीआईजी पीके प्रवीण ने रीडर को फोन किया, वार्ता के दौरान डीआईजी को लगा कि रीडर नशा में हैं। जिसके बाद डीआईजी ने बेतिया एसपी को फोन किया और एसपी ने मुफस्सिल थाना की पुलिस को भेजकर रीडर को गिरफ्तार करवाया।

रीडर की गिरफ्तारी डीआईजी आवास से की गई। सूत्र बताते हैं कि रीडर की गिरफ्तारी हुई तो वह शराब के नशे में पाया गया। गौरतलब है कि बिहार सरकार के पुलिस विभाग में पीके प्रवीण व उपेन्द्र नाथ वर्मा जैसे उच्च पुलिस पदाधिकारी रहें तो शराब बंदी अवश्य सफल होगा। प्रबुद्धजनों का कहना है कि गिरफ्तार रीडर की माफ़िक अन्य कनीय पुलिस पदाधिकारियों की वज़ह से शराबबंदी विफल है। यह भी साबित हो गया है कि पुलिस के कनीय पदाधिकारी शराब का सेवन, वितरण, भंडारण, निर्माण व विक्री की पूरी जानकारी रखते हैं। बिहार पुलिस के पूर्व महानिदेशक गुप्तेश्वर पाण्डेय ने कहा था कि थानेदार चाहें तो, उनके क्षेत्र में एक बूंद शराब कहीं नहीं मिलेगा।

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