-स्कूल की महिला कर्मचारी ने नहीं सौंपा तन, तो रोक दिया उसका वेतन
बेतिया : पश्चिम चम्पारण जिला के बेतिया पुलिस अंतर्गत शिकारपुर थाना क्षेत्र के एक निजी विद्यालय प्रबंधन का हैरत अंगेज कारनामा का खुलासा हुआ है। जिसमें एक निजी स्कूल प्रबंधक ने स्कूल के महिला कर्मचारी से वेतन के पूर्व चुम्बन की शर्त लगा दी। उस स्कूल के निदेशक पर छेड़छाड़ और गलत हरकत करने का आरोप भी पुलिस को दिए आवेदन में लगाया गया है। हालाकि सुशासन की सरकार में 17 वर्ष की भागीदार और 3 वर्ष की भागीदार दल (पार्टी) के लिए यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है। उसमें शिक्षा जैसे पवित्र क्षेत्र में कार्यरत संस्थानों की ऐसी हरकतें, जिसे देख शर्म भी शर्मा जाए अलबत्ता ऐसा करने वाले को कोई शर्मिंदगी नहीं। वैसे ऐसी घटनाएं अब आम बात हो गई है।
पश्चिम चम्पारण जिला में ऐसी घटनाएं पहली बार नहीं हुई है। जिससे शिक्षालय और शिक्षक शर्मसार हुए हैं। स्कूल या कोचिंग संस्थान, सभी जगह आए दिन ऐसी शिकायतें मिलती रहती है। लोकलज्जा के कारण कई मामलों को दबा भी दिया जाता है। हालिया वाकया बहुचर्चित राजनीति की उर्वर भूमि वाला शहर नरकटियागंज की बताई गई है। इस शर्मनाक कुकृत्य में आरोप एक निजी विद्यालय के शरीफ बताए जाने वाले निदेशक पर लगा है। जिन्हें नरकटियागंज भाजपा का चाणक्य भी कहा जाता रहा है। नरकटियागंज अनुमंडल के नगर परिषद क्षेत्र स्थित शिकारपुर थाना के हरदिया चौक, सेंट्रल स्कूल की घटना बताई जा रही है।
निजी स्कूल प्रबंधन की एक महिला कर्मचारी ने बेतिया एसपी को आवेदन देकर सुरक्षा की गुहार लगाई है। एसपी के निर्देश पर आवेदन में पश्चिम बंगाल के दार्जलिंग निवासी महिला ने नरकटियागंज के हरदिया चौक स्थित सेंट्रल स्कूल के निदेशक अफरोज अख्तर पर आरोप लगाते हुए लिखा है कि प्रतिमाह 25000 और खर्च के लिए 10000 कुल 35000 रुपया प्रति माह देने की शर्त पर उन्हें बिहार के पश्चिम चम्पारण जिला के नरकाटियागंज बिहार बुलाकर स्कूल मैनेजमेंट से सम्बंधित सभी कार्यों की जिम्मेदारी सौंप दिया। इसके लिए विद्यालय प्रबंधन ने भोजन आवास के साथ 35 हजार रुपए प्रति माह वेतन निर्धारित किया।
आरोप लगाने वाली महिला ने पुलिस को बताया है कि उसे स्कूल में कार्य करते कुल सात माह हुए और विद्यालय प्रबंधन ने अबतक 60 हजार 5 सौ रुपए का भुगतान ही किया है। महिला कर्मचारी के पूरी सैलरी मांगे जाने पर उससे चुम्बन मांगी जाती है। इन सात माहों में कई बार महिला कर्मी ने गलत हरकतें करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। हद तो यह कि स्कूल में हाथ पकड़ लेने और छेड़छाड़ शुरु करने का आरोप भी है। महिला कर्मचारी का कहना है कि उसका विरोध करने पर डराया धमकाया जाता रहा है। उसने पुलिस को बताया है कि आरोपी का कहना है कि स्कूल पर कितना ध्यान दोगी, मुझपर भी ध्यान दिया करो। उसे धमकी दी गई कि तुम कहीं भी जाओगी, मेरा कुछ नहीं होगा, मेरी पहुंच उपर तक है।
इन सब मामलों से महिला कर्मचारी मानसिक प्रताड़ना की शिकार है। उसने एसपी बेतिया को बताया है कि उसे काफी भय लग रहा है और किसी अनहोनी की आशंका बनी हुई है। महिला कर्मचारी की आपबीती सुनकर उसके मामला की गंभीरता को देखते हुए, बेतिया एसपी उपेन्द्रनाथ वर्मा ने महिला को शिकारपुर थाना में आवेदन देने को कहा और प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश थानाध्यक्ष को दिया। तत्पश्चात शिकारपुर थाना की पुलिस ने महिला के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर लिया।
इस सम्बंध में स्कूल के निदेशक अफरोज अख्तर ने आश्चर्य व्यक्त किया है। शिकायतकर्ता महिला से विद्यालय परिवार का अच्छा सम्बंध रहा पर न जाने क्यों ऐसा किया गया है। अकाउंट को लेकर कुछ विवाद से निदेशक ने इनकार नहीं किया है। परन्तु ऐसा कुछ भी नहीं हुआ, फिर भी अफरोज का कहना है कि वह उस महिला कर्मचारी से बात करने की कोशिश की बात कर रहे हैं। इतना ही नहीं विवाद को सुलझाने का प्रयास भी किया जा रहा है।