भारत में सनातन आयोग व पत्रकार आयोग के गठन की आवश्यकता : मधुसुदनानंद, महामंडलेश्वर

बेतिया

अवधेश कुमार शर्मा, सेमलिया (कालू खेड़ा) : भारत की विकास में वैसे नेता बाधक है, जो भारत को अमेरिका, चीन, जापान बनाने की बात करते हैं। उपर्युक्त विचार मां अन्नपूर्णा शक्तिपीठ कामाख्या धाम के 1008 महामंडलेश्वर मधुसूदनानंद महाराज ने रविवार को शक्तिपीठ के प्रांगण में इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट के तीन दिवसीय 73 वें राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन के क्रम में पत्रकारों को संबोधित करते हुए व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि चीन, जापान और अमेरिका को भारत बना दिया जाए, जब विश्व में आध्यात्मिकता छाएगा तो अखिल विश्व का कल्याण हो जाएगा। धर्म के नाम पर बिखराव राष्ट्र के लिए घातक है।

उन्होंने भारत सरकार से सनातन आयोग के साथ पत्रकार और मीडियाकर्मियों के सर्वांगीण विकास के लिए पत्रकार आयोग की स्थापना की मांग किया। महामंडलेश्वर मधुसुदनानंद ने विचार प्रवाह के क्रम में कहा कि एक देश, एक सविधान, एक विचार और एक ध्वज सनातन धर्म की पहचान है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि भारत के प्रत्येक घर के साथ लाल किला के प्राचीर और भारतीय संसद में भगवा लहराएगा तो (हिन्दुस्थान) भारत विश्व गुरु कहलायेगा। महामंडलेश्वर मधुसूदनानन्द ने कहा कि धर्म पर उंगली उठाने का अधिकार किसी को नहीं है।

भारत में रहने वाले सभी मतमतांतर के भारतीय सभी सनातनी है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग भारत को अमेरिका जापान बनाने बना देने की बात कहते हैं। वैसे से लोगों को मेरा यह संदेश है कि भारत को अमेरिका जापान बनाने के बजाए पूरे विश्व को जब भारत जैसा बना दिया जाये तभी भारत विश्व गुरु कहलायेगा। उनका मानना है कि हिंदुस्तान में रहने वाला है प्रत्येक व्यक्ति हिंदू है। हिंदू कभी हिंसा में विश्वास नहीं रखता। उन्होंने कहा कि सनातन के नाम पर कुछ लोग धर्म का बंटवारा कर रहे हैं।

धर्मांतरण कराया जा रहा है। धर्म का काम तोड़ना, नहीं जोडना होता है। साधु संयासी धार्मिक विचारों को तोड़ते नहीं बल्कि जोड़ते हैं। महामंडलेश्वर ने कहा कि सनातन को तोड़ने की कोशिश करने वाले राख हो गए, खाक हो गए। धर्म का बंटवारा करने का प्रयास जिसने भी कराया, वह इस धरा से समूल नष्ट हो गया। उपर्युक्त राष्ट्रीय पत्रकार सम्मेलन में बिहार सहित संपूर्ण भारत के 17 राज्य से लगभग डेढ़ सौ पत्रकारों/ मीडियाकर्मी शामिल हुए। बिहार के वरिष्ठ पत्रकार एस एन श्याम, अवधेश कुमार शर्मा, प्रभात कुमार और झारखंड के पत्रकार कुंदन पांडेय तथा धर्मेंद्र कुमार की सहभागिता रही।