West Champaran : बेतिया को देश का पांचवा मेट्रोसिटी बनाना नेहरु के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि

बेतिया

Awadhesh Kumar Sharma: भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु की 133 वीं जयंती पर बेतिया में सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न धर्मों के लोगों बुद्धिजीवियों, विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों एवं छात्र छात्राओं ने भाग लिया। इस अवसर पर स्वच्छ भारत मिशन के ब्रांड एंबेसडर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता, डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड, डॉ शाहनवाज अली, अमित कुमार लोहिया एवं अल बयान के संपादक डॉ सलाम ने संयुक्त रूप से कहा कि आज ही के दिन 14 नवंबर 1889 को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म हुआ। सत्याग्रह की जन्मस्थली बेतिया पश्चिम चंपारण से पंडित जवाहरलाल नेहरू का गहरा लगाव रहा।

चंपारण सत्याग्रह के बाद 15 जनवरी 1934 को बिहार में आए भीषण भूकंप में राहत कार्यों में बढ़ चढ़कर भाग लिया। देश की स्वाधीनता के बाद प्रो शिबनलाल ने उत्तर प्रदेश, बिहार एवं नेपाल के क्षेत्रों को बाढ़ एवं कटाव से बचाने के लिए 28 दिवसीय आमरण अनशन के बाद भारत सरकार एवं नेपाल सरकार ने वाल्मीकि बराज बनाने का निर्णय लिया। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू गंडक बराज के शिलान्यास के लिए अपनी पुत्री इंदिरा गांधी के साथ वाल्मीकिनगर गंडक बराज के शिलान्यास के लिए बेतिया पश्चिम चंपारण पहुंचे।

बेतिया पश्चिम चंपारण के प्राकृतिक संसाधनों एवं बेतिया राज के स्थिति को देखते हुए बेतिया को भारत का पांचवा मेट्रो सिटी बनाने की घोषणा किया। स्मरण रहे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 मई 2014 को बेतिया के ऐतिहासिक बड़ा रमना के मैदान में” बेतिया को पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा भारत का पांचवा मेट्रो सिटी बनाने की बात का जिक्र किया एवं बेतिया के विकास की बात किया। इस अवसर पर वक्ताओं ने भारत सरकार से मांग करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार है।

भारत सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है की बेतिया को देश का पांचवा मेट्रो सिटी बनाए, जिससे पंडित जवाहरलाल नेहरु के सपनों को साकार हो सके। भारत की स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ आजादी के अमृत उत्सव एवं पंडित नेहरू के जन्म पर बेतिया को भारत का पांचवां मेट्रो सिटी बना कर पंडित नेहरू के सपने को साकार करे। भारत सरकार की पंडित नेहरु के प्रति यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।