Ujjain : पीएम मोदी आज करेंगे उज्जैन के महाकाल लोक का लोकार्पण

मध्य प्रदेश

DESK : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकाल परिसर में बने महाकाल लोक का लोकार्पण करेंगे. इस महाकाल लोक की शोभा दो भव्य प्रवेश द्वार, बलुआ पत्थरों से बने जटिल नक्काशीदार 108 अलंकृत स्तंभों की आलीशान स्तम्भावली, फव्वारों और शिव पुराण की कहानियों को दर्शाने वाले 50 से अधिक भित्ति-चित्र बढ़ाएंगे. लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहेंगे.

उद्घाटन समारोह के लिए देश भर से करीब 600 साधु-संत और कलाकारों को आमंत्रित किया गया है. ये लोग उद्घाटन के समय शंखनाद और मंत्रोच्चारण करेंगे. महालोक के निर्माण पर करीब 856 करोड़ की लागत आई है. संपूर्ण महाकाल कॉरिडोर को श्री महाकाल लोक के नाम से प्रतिस्थापित किया गया है. जिसका करीब 90 फ़ीसदी काम पूरा हो चुका है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज श्री महाकाल लोक का निरीक्षण भी करेंगे. आइए हम आपको बताते हैं कि महाकाल लोक में क्या-क्या है.

उज्जैन के राजा के नाम से मशहूर बाबा महाकाल 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है. जहां हर 12 साल में सिंहस्थ महाकुंभ का आयोजन किया जाता है. महाकालेश्वर मंदिर देश का इकलौता ऐसा मंदिर है जिसके आंगन में 42 देवताओं के मंदिर हैं. उज्जैन को मोक्षदायनी नगरी भी कहा जाता है. इस नगरी के विकास के लिए राज्य सरकार ने महाकाल कॉरिडोर का निर्माण करवाया है.

महाकाल लोक में भगवान शिव की लीलाओं पर आधारित 190 मूर्तियों का स्थापित किया गया है. इसके अलावा 108 स्तंभ स्थापित हैं. वहीं 18 फीट की आठ बड़ी मूर्तियों को भी इस परिसर में लगाया गया है. इसमें नटराज, शिव पुत्र गणेश, कार्तिकेय, दत्तात्रेय अवतार, पंचमुखी हनुमान, चंद्रशेखर महादेव की कहानी, शिव और सती समेत समुद्र मंथन दृश्य को शामिल किया गया है. महाकाल लोक में 15 फीट ऊंची 23 प्रतिमाएं लगाई गई हैं. इसमें शिवनृत्य, 11 रूद्र, महेश्वर अवतार, अघोर अवतार, काल भैरव, शरभ अवतार, खंडोबा अवतार, वीरभद्र द्वारा दक्ष वध, शिव बारात, मणिभद्र, गणेश और कार्तिकेय के साथ पार्वती, सूर्य कपाल मोचक शिव शामिल हैं. इनके अलावा 11 फीट की 17 और प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं. जिनमें प्रवेश द्वार पर श्री गणेश, अर्धनारीश्वर, अष्ट भैरव, ऋषि भारद्वाज, वशिष्ठ, विश्वामित्र, गौतम, कश्यप, जमदग्नि शामिल हैं. यही नहीं 26 फुट ऊंचा नंदी द्वार श्री महाकाल लोक की दिव्यता को और बढ़ाता है.

करीब 20.25 हेक्टेयर में बने और करीब 920 मीटर लंबे महाकाल प्रांगण की विशेषता के लिए किसी गाइड की जरूरत नहीं होगी. मूर्तियां स्वयं ही अपनी कहानी बताते हुए इतिहास की जानकारी देंगी. यहां परिसर में स्थापिक हर प्रतिमा के सामने एक बारकोड लगाया गया है. उसे मोबाइल से स्कैन करते हैं प्रतिमा के बारे में और महाकाल प्रांगण की सारी जानकारी आपके मोबाइल स्क्रीन पर आ जाएगी. दरअसल यह व्यवस्था इसलिए की गई है ताकि नई पीढ़ी को पौराणिक कथाओं की जानकारी आसानी से उपलब्ध कराई जा सके.

अनुमान लगाया जा रहा है कि श्री महाकाल लोक में करीब दो लाख लोग एक साथ दर्शन कर कर सकेंगे. यह देश का पहला नाइट गार्डन होगा, जहां पर पूरी रात लोग भ्रमण कर सकेंगे.