फुलवारी शरीफ,अजीत. बिहार सरकार के कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने बामेती द्वारा कार्यान्वित की जा रही योजनाओं की समीक्षा अपने कार्यालय कक्ष में किया.मंत्री ने बामेती अन्तर्गत राज्य मुख्यालय में उप निदेषक से लेकर जिला में उप परियोजना निदेषक एवं प्रखण्डों में प्रखण्ड तकनीकी प्रबंधक, सहायक तकनीकी प्रबंधकों आदि के रिक्त पदों का नियोजन शीघ्र पूरा करने का निदेष दिया. निदेषक, बामेती ने बताया कि प्रखण्ड तकनीकी प्रबंधक के 288 पदों पर, सहायक तकनीकी प्रबंधक के 587 पदों पर, लेखापाल के 160 पदों पर एवं आषुलिपिक के 06 पदों सहित कुल 1041 पदों के लिये नियोजन की प्रक्रिया चल रही है जो 30 जून तक पूरी हो जायेगी. मंत्री ने प्रखण्डों में आत्मा के कर्मियों को उपस्थिति को सुनिष्चित कराने को कहा एवं ऐसे प्रखण्ड जहॉ ई-किसान भवन किसी दूसरी ऐजेन्सी के कब्जे में उसे वापस कृषि विभाग के कब्जे में लेने के लिये आवष्यक कदम उठाने को कहा.
मंत्री ने किसान चौपाल को और अधिक प्रभावी बनाने के लिये प्रसार कर्मियों को नुक्कड़ नाटक के बाद चौपाल में किसानों से संवाद करके उनकी समस्याओं का समाधान करने का निर्देश देने को भी कहा. निदेषक, बामेती ने बताया कि बामेती के माध्यम से बिहार कौषल विकास मिषन अन्तर्गत कृषि प्रक्षेत्र में कौषल विकास का कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसमें 2017-18 से अबतक 13000 से ज्यादा प्रषिक्षणार्थियों ने कौषल प्रषिक्षण प्राप्त कर रोजगार / स्वरोजगार को अपनाया है। माननीय मंत्री ने कौषल प्रषिक्षण कार्यक्रम सहित बामेती के माध्यम से संचालित हो रहे सभी कार्यक्रमों का व्यापक प्रचार प्रसार करने एवं योजनाओं का नियमित अनुश्रवण सुनिष्चित करने को कहा.
बामेती निदेशक अभांशु सी जैन ने बताया कि पिछले वर्ष 1,20,554 किसानों का प्रषिक्षण, 1,09,373 किसानों का परिभ्रमण, 1332 कृषक हित समूह का जबकि 712 महिला खाद्य सुरक्षा समूह का गठन एवं 1166 किसान पाठषाला का आयोजन किया गया, सभी कार्यक्रमों को मिलाकर आत्मा योजना की उपलब्धि 84 प्रतिषत रही. समीक्षा के क्रम में मंत्री ने पाया कि पिछले वर्ष केन्द्र सरकार द्वारा आत्मा योजना को 100 करोड़ के बजट के साथ स्वीकृत किया था. परन्तु पूरे वर्ष में केवल 25 प्रतिषत राषि विमुक्त किया वो भी मार्च के अंतिम पखवाड़े में, जिससे योजना का कार्य बुरी तरह प्रभावित हुआ और वित्तीय वर्ष 2022-23 में 16 करोड़ की आदेयता बन गई.
वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिये केन्द्र सरकार ने केन्द्रांष के उद्व्य को कम करके 48.81 करोड़ कर दिया है जो बिहार राज्य के विकास के लिये श्रेयस्कर नहीं है. चौथे कृषि रोड मैप में किसानों के हित में प्रसार कार्यक्रमों के लिये वित्तीय वर्ष 2023-24 में 123 करोड़ रुपये कर्णांकित किये गये हैं परन्तु केन्द्र सरकार द्वारा कम उद्व्य मिलने से कार्यक्रमों को चौथे कृषि रोड मैप के लक्ष्यों के अनुसार चालाना मुष्किल होगा. इस अवसर पर आत्मा योजना के राज्य नोडल पदाधिकारी विजय कुमार, निदेषक बामेती अभांशू सी॰ जैन, मंत्री के आप्त सचिव राजीव कुमार, आत्मा के राज्य कोर्डिनेटर डा॰ पी॰ के॰ मिश्रा एवं बामेती के सभी उप निदेषक उपस्थित थे.