फुलवारी शरीफ,अजीत . गौरीचक थाना क्षेत्र के पियरिया गांव में पूर्व मुखिया के बेटे की पीट-पीटकर हत्या का मामला सामने आया है. इस मामले में मृतक युवक की पत्नी ने गौरीचक थाना में पियरिया गांव के रहने वाले दो सगे भाइयों के खिलाफ मामला दर्ज कराने का आवेदन दिया है. पुलिस फिलहाल इस मामले में जांच करने के बाद कह रही है . वही हत्या के आरोपी दोनों सहोदर भाईयों के खुलेआम घूमने और पुलिस की कोई कार्यवाही नहीं होने से मृतक के परिवार वालों में दहशत का माहौल है.
जानकारी के मुताबिक 4 दिनों पूर्व गौरीचक के पियारिया गांव में पूर्व मुखिया स्वर्गीय शिवपूजन सिंह के 42 वर्षीय पुत्र महिपन कुमार को आपसी विवाद में इसी गांव के रहने वाले अरुण सिंह के दो बेटे रोहित कुमार एवं रंजन कुमार ने बुरी तरह मारपीट किया था. पूर्व मुखिया के परिजनों ने गौरीचक थाना पुलिस को बताया है कि रोहित और रंजन ने महिपन को लोहे के रोड से बुरी तरह मारपीट कर जख्मी कर फरार हो गए थे. गंभीर रूप से घायल अवस्था में पूर्व मुखिया के बेटा महीपन कुमार को परिजन पटना के निजी हॉस्पिटल में इलाज के लिए ले गए जहां शनिवार को उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई.
पूर्व मुखिया के बेटे महिपन कुमार की इलाज के दौरान मौत हो जाने की खबर से परिवार वालों में रोना पीटना मच गया. वहीं पूरे गांव में सनसनी का माहौल है.बताया जाता है की मृतक महीपन की पत्नी ने मारपीट के बाद ही गौरीचक थाना में रोहित कुमार व रंजन कुमार के खिलाफ कार्रवाई करने का आवेदन दिया था लेकिन इस मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं किया .मृतक के परिवार वालों का आरोप है कि गौरीचक थाना पुलिस इस मामले में लीपापोती करने में जुटी हुई है. प
रिजनों का कहना है कि मारपीट के बाद जब महिपाल कुमार की अस्पताल में इलाज कराया जा रहा था तब गौरीचक थाना पुलिस आवेदन देने के बावजूद उसका बयान दर्ज करने तक नहीं पहुंची. मृतक के परिवार वालों का आरोप है कि गौरीचक थाना पुलिस कार्रवाई करते और मृतक का बयान इलाज के दौरान अस्पताल में आकर दर्ज किया जाता तब तक हत्यारोपी गिरफ्तार कर लिया जाते. पियरिया के पूर्व मुखिया स्वर्गीय शिवपूजन सिंह का पुत्र महिपन कुमार की मौत के बाद पत्नी समेत पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है. मृतक को चार बच्चे थे जिनमें दो बेटा दो बेटी है.
इस मामले में गौरीचक थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि 4 दिन पूर्व महिपन कुमार के साथ मारपीट की जानकारी देने आवेदन लेकर उसकी पत्नी आई थी . उन्होंने बताया कि उन्हें परिजनों ने यह जानकारी नहीं दिया है कि इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई परिजनों के बयान के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.