Central desk : पीएम नरेन्द्र मोदी ने आज दिल्ली के कालकाजी इलाके में रहने वाले 500 लोगों को पक्के मकान की चाबी सौंपी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘इन-सीटू स्लम रिहैबिलिटेशन प्रोजेक्ट’ के तहत दिल्ली के कालकाजी में 3,024 नवनिर्मित फ्लैटों का उद्घाटन करने के बाद भूमिहीन कैंप में पात्र लाभार्थियों को चाबियां सौंपीं.
पीएम ने कहा कि आज सैकड़ों लाभार्थियों को घर की चाबी मिल रही है. कालकाजी extension के पहले फेज में 3000 घर बनकर तैयार हैं. बीते सात दशक में हमारे शहर विकास से दूर रहे. शहर में भेदभाव और असमानता है. आज देश सबका साथ सबका विकास के मंत्र पर चल रहा है. आज देश में गरीब की सरकार है आज गरीब केन्द्र बिन्दु पर हैं.
दिल्ली की झुग्गियों में रहने वाले सबसे गरीब तबके के लोगों को आज ‘जहां झुग्गी वहीं मकान’ के तहत उन्हें उनका फ़्लैट दिया जा रहा है. दिल्ली के कालका जी में 3024 फ़्लैट बनाए गए हैं. प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति में आज क़रीब 500 लोगों को फ़्लैट की चाभी दी जा रही है. ये फ़्लैट शहरी विकास मंत्रालय के ‘इन-सीटू स्लम पुनर्वास’ परियोजना के तहत दिए जा रहे हैं.
निर्माण के तहत 3024 फ्लैट्स में से 1862 परिवारों को अलॉट्मेंट लेटर जारी कर दिए गए हैं, जिसमें से 500 लोगों को आज आवास दिए गए हैं. दिल्ली की 10% आबादी झुग्गियों में रह रही थी. उन्हें मुख्यधारा में लाने के लिए आज पहला चरण पूरा हुआ है.
पीएम मोदी ने कहा कि, विज्ञान भवन में कार्यक्रम तो बहुत होते हैं बहुत से कोट पैंट वाले होते हैं लेकिन आज हमारे परिवार के जिन लोगों का उमंग दिख रहा है वो विज्ञान भवन बहुत कम देखता है. आज सैकड़ों लाभार्थियों को उनके घर की चाभी मिली है, इनके चेहरे पर संतोष चमक रहा था. दिल्ली में रह रहे दूसरे परिवारों को भी गृह प्रवेश का मौक़ा मिलेगा.
केंद्र सरकार की योजना से दिल्ली को एक आदर्श शहर बनने का मौक़ा मिलेगा. शहरों को बनाने में जिनका पसीना लगता है वो उसी शहर में बदहाल रहते हैं ऐसे में विकास अधूरा ही रह जाता है. शहर में कुछ इलाक़ों को पॉश कहा जाता है जबकि उसी शहर में कुछ लोग मौलिक ज़रूरतों के लिए तरसते हैं. हमें इस दूरी को पाटना ही होगा. सत्तर सालों में ये सोच बन गई थी कि गरीब की समस्याएं ग़रीबों की हैं, लेकिन आज की सरकार उनकी समस्या को अपनी समस्या मानती है.
दिल्ली में पचास लाख लोग ऐसे थे, जिनके पास बैंक खाता भी नहीं था. वो बैंकिंग सिस्टम का हिस्सा नहीं थे. दिल्ली में रहते हुए भी दिल्ली उनसे बहुत दूर थी. हमने उनके खाते खुलवाए, जिससे उन्हें केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ मिल रहा है. आज उनके मोबाइल पर भीम जैसी सेवाएं हैं. पीएम स्वनिधि योजना का लाभ उन्हें मिल रहा है.
हमने वन नेशन- वन राशन कार्ड योजना का लाभ भी दिया है जिससे राज्य बदलने के बावजूद उन्हें राशन मिलता रहता है. पिछले दो साल से केंद्र सरकार दिल्ली के लोगों को मुफ़्त राशन दे रही है, जिस पर ढाई हज़ार करोड़ का खर्च आया है. लेकिन हमने कोई प्रचार पर पैसा नहीं खर्च किया. केंद्र ने चालीस लाख से ज़्यादा लोगों को जीवन सुरक्षा कवच भी दिया. पीएम उदय योजना के माध्यम से दिल्ली की अनधिकृत कालोनियों को वैध करने का काम चल रहा है.
केंद्र सरकार की ओर से निम्न मध्य वर्ग के मकान के सपने को पूरा करने के लिए ब्याज में सब्सिडी दी गई है सात सौ करोड़ इसमें खर्च किए गए हैं दिल्ली में 400 किलोमीटर की मेट्रो का काम पूरा हो चुका है. पचास हज़ार करोड़ के निवेश से दिल्ली की सड़कों को चौड़ा किया जा रहा है ट्रैफ़िक जाम से दिल्ली को मुक्त करने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का नया निर्माण हो रहा है भारत वन्दना पार्क का काम पूरा होने जा रहा है.
पीएम मोदी ने पूछा-क्या मैं आपसे कोई काम कहूं, करेंगे? भूलेंगे तो नहीं?
- अपने घर में एलईडी बल्ब का उपयोग कीजिए
- घर में पानी को बर्बाद मत कीजिए
- हमें झुग्गी झोपड़ी का वातावरण नहीं बनने देना है यानी स्वच्छता रखनी है. ये सबसे महत्वपूर्ण है.