-निगरानी की जांच में फर्जी साबित, डीएसपी ने दिया एफ आई आर का आवेदन
-थानाध्यक्ष ने कहा एक ही सीडब्लूजेसी से अलग-अलग पांच व्यक्तिगत एफआईआर के मामले में मांगेंगे मार्गदर्शन
मुजफ्फरपुर, बिफोरप्रिंट। शिक्षक पात्रता परीक्षा टीईटी का फर्जी सर्टिफिकेट लगाकर नौकरी पाने वाले प्रखंड के अलग-अलग स्कूलों के पांच मुन्ना भाई गुरुजी हाई कोर्ट में दायर जनहित याचिका एवं निगरानी विभाग की जांच में फर्जी पाए गए हैं। निगरानी विभाग के पुलिस उपाधीक्षक ने प्रखंड के अलग-अलग स्कूलों में नौकरी करने वाले इन 5 शिक्षकों के खिलाफ बोचहां थाने में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन भेजा है।
थानाध्यक्ष अरविंद प्रसाद ने बताया कि थाना क्षेत्र के अलग-अलग स्कूलों में बहाल हुए 5 शिक्षकों के फर्जी पाए जाने के खिलाफ निगरानी विभाग के उपाधीक्षक द्वारा प्राथमिकी दर्ज किए जाने का आवेदन प्राप्त हुआ है। हाईकोर्ट में दायर जनहित याचिका के आलोक में एवं निगरानी विभाग की जांच के आलोक में फर्जी पाए गए उक्त शिक्षकों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज होने के बाद कार्रवाई होगी और गिरफ्तारी भी तय है।
थानाध्यक्ष ने बताया कि एक ही सीडब्ल्यूजेसी पत्रांक से पांच के खिलाफ सामूहिक एफ आई आर की बजाए व्यक्तिगत अलग-अलग एफआईआर के लिए दिए गए 5 आवेदन के आलोक में वे निगरानी विभाग से मार्गदर्शन मांगेंगे इसके बाद प्राथमिकी दर्ज होगी। विदित हो कि 10 साल पूर्व बहाल हुए लगभग 35 शिक्षकों के खिलाफ फर्जी टीईटी पर बहाली का मामला उजागर होने के बाद जांच चल रही थी।
इस दरमियान ऐसे सभी शिक्षकों ने विद्यालय छोड़ दिया था। अब निगरानी में मामला साबित होने के बाद पूरे कागजात एवं सबूत के साथ जहां-जहां एसएस शिक्षक की नौकरी थी संबंधित थाने में निगरानी विभाग द्वारा एफ आई आर दर्ज कराने के लिए आवेदन भेजा गया है।