जबरन धर्मांतरण के विरोध में एबीवीपी ने फूंका तमिलनाडु के मुख्यमंत्री का पुतला

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बेगूसराय/विनोद कर्ण। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नगर इकाई ने बुधवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन का पुतला दहन किया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मौजूद एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने स्टालिन के विरोध में नारेबाजी की। पुतला दहन करते हुए एबीवीपी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सोनू सरकार एवं नगर मंत्री पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि आज मिशनरी ताकत पूरे देश में धर्मांतरण को बढ़ावा दे रही है और तमिलनाडु की बेशर्म सरकार द्वारा शिक्षण संस्थानों, अस्पतालों की आड़ में क्रिश्चियन मिशनरी को संरक्षण दिया जा रहा है।

भारत की संस्कृति पर इस प्रकार का हमला विद्यार्थी परिषद बर्दाश्त नहीं करेगा। विशेषकर छात्राओं और महिलाओं को प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराना और उस संस्थान को संरक्षण मिलना सरकार की विफलता और बेशर्मी का प्रतीक है। प्रदर्शन में शामिल कॉलेज इकाई के पूर्व अध्यक्ष आदित्य राज एवं नगर सह मंत्री आकाश कुमार ने कहा कि विद्यार्थी परिषद के आंदोलन के परिणाम स्वरूप जब तमिलनाडु उच्च न्यायालय ने धर्मांतरण मामले की सीबीआई जांच का आदेश दिया तो भारत विरोधी तमिलनाडु की सरकार जांच के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट चली गई जो तमिलनाडु सरकार की छात्रा विरोधी होने का परिचायक है।

कॉलेज कार्यकारिणी सदस्य निधि कुमारी एवं सुगंधा ने कहा कि जब लावण्या को न्याय देने और धर्मांतरण पर प्रतिबंध लगाने को लेकर एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी का शांतिपूर्ण आंदोलन चल रहा था तो बेशर्मी की सारी हदों को पार करते हुए तमिलनाडु सरकार ने उन्हें 14 दिन की हिरासत में ले लिया किंतु लावण्या के हत्यारे खुलेआम सड़कों पर घूम रहे हैं। कार्यालय मंत्री अजीत कुमार एवं नीतीश कुमार ने कहा कि जिस तरीके से पूरे देश में धर्मांतरण का मामला सामने आ रहा है।

राज्य और केंद्र सरकार को चाहिए कि जबरन धर्मांतरण के खिलाफ सख्त कानून बनाकर दोषियों पर कठोर कार्रवाई करें एवं तमाम क्रिश्चियन मिशनरी ऊपर प्रतिबंध लगाए। मौके पर प्रियंका, दिव्या, दामिनी, रेशमी शिल्पी, आकांक्षा, अंजलि, सुषमा, प्रणव, राजवंशी, सुमित, ललित,अमन चंदन, अंकित, नितिन प्रकाश, सोहन यश, कुंदन, प्रिंस अनुज सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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