तेजाब कांड : शरारती तत्वों ने माँ बेटी और भाई पर फेंका तेजाब, 3 दिन बाद भी गांव में नहीं पहुची पुलिस

बिहार सासाराम

Sasaram, Arvind Kumar Singh : तेजाब कांड के बाद भी तीन दिन बाद पुलिस जांच करने गाव नही पहुची। जबकि तेजाब हमला बहुत ही संगीन जुर्म माना जाता है। इसकी सूचना मिलने पर तत्काल ही पुलिस को जांच करने घटनास्थल पर निकलने चहिए लेकिन 3 दिन बाद भी पुलिस जांच कर नहीं पहुची इसकी पुष्टि बिक्रमगंज थाना अध्यक्ष देव राज ने करते कहा कि घटना 3 दिन पहले एक्सीडेंट केस हुई थी। सूचना पर रेफरल अस्पताल में पीड़िता बोलने की स्थिति में नहीं थे। जिन्हें रेफरल अस्पताल से जमुहार रेफर कर दिया गया। पीड़िता का फर्द व्यान लेने पुलिस टीम को भेजी जा रही है। अब सवाल उठने लगा है कि एक परिवार पर तेजाब से हमला किया जाता है तो संगीन जुर्म में आती है। लेकिन पुलिस घटना स्थल पर जाच करने तीन दिन बाद नही नही पहुचाना इसमे शिथिलता बरते हुए थे।

दशहरा के पर्व को लेकर के अभी पुलिस व्यस्त होने की बात कही जा सकती है। घटना के बाद ही पुलिस जांच न करे तो उसे उदासीनता ही कही जा सकती है। घटना बिक्रमगज थाना क्षेत्र के शिवपुर गांव की है। जहा पर शरारती तत्वों ने एक घर में सो रहे परिवार पर तेजाब फेंक दिया। जिनमें तीन लोग झुलस गए। जिन का इलाज जमुहार मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। घटना रोहतास जिले के बिक्रमगंज थाना क्षेत्र शिवपुर गांव की है। जहां पर एक घर मे सो रहे बीपीएल परिवार के घर मे खिड़की से तेजाब फेंक दिया। जिससे घर में लड़की नेहा कुमारीं 13 वर्ष तथा उसका 17 साल का एक भाई रितेश साह झुलस गया। साथ ही मां शांति देवी भी आंशिक रूप से झुलस गई।

घटना के बाद बिक्रमगज अस्पताल में प्राथमिक उपचार करा कर सभी को बेहतर इलाज के लिए डेहरी के जमुहार स्थित नरायन मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज चल रहा है। जहां सभी की स्थिति सामान्य है। पीड़ित का कहना है कि तेजाब किसने फेंका यह पता नहीं चल सका। इसकी सूचना पुलिस को दी गई है। परंतु अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अस्पताल में भर्ती भाई-बहन ने बताया कि रात में किसी ने उसके घर में तेजाब फेंक दिया। चुकी इस संबंध में अभी तक पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया है। स्थानीय लोगों ने बिक्रमगंज पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़ित परिवार का मुखिया भल्लू साह है, जो काफी कमजोर तबका का है।