Agnipath Protest : अग्निपथ योजना को लेकर सरकार और हुई नरम, बिहार में नक्सली मौके की ताड़ में, कानपुर में भी हिंसा की साजिश का भंडाफोड़

कानपुर बिहार

अनुपम दीक्षित/पुलिन त्रिपाठी, बिफोरप्रिंट। देश भर में अग्निपथ योजना के विरोध को देखते हुए केंद्र सरकार ने भर्ती प्रक्रिया में कुछ बदलाव किए हैं। मंत्रियों के साथ तीनों सेना प्रमुखों ने नौजवानों को योजना के बारे में फैले भ्रम दूर करने का जिम्मा उठाया है। वहीं प्रशासनिक सख्ती भी बढ़ा दी गई है कि युवा हिंसा के रास्ते पर जाने से बच सकें। उधर बिहार से आ रही खबरों के मुताबिक कुछ नक्सली ग्रुप भी इन आगजनी की घटनाओं में शामिल होकर हिंसा को बड़ा रूप देने की साजिश में लगे हुए हैं। बताते चलें कि सरकार ने कई जिलों में इंटरनेट सेवा को 2 दिन के लिए बंद किया है।

बीती रात केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने घोषणा की है कि भर्ती में अधिकतम आयु सीमा को बढ़ाकर 23 साल कर दिया गया है ताकि इस योजना का लाभ उन युवाओं को भी मिले जो कोरोना महामारी के कारण भर्ती की आवश्यक आयु से अधिक उम्र के हो चुके हैं। उन्होंने युवाओं से इस मौके को आपदा में अवसर के तौर पर स्वीकार करने की अपील की है। असम राइफल्स में भर्ती के समय इन्हें 10 प्रतिशत का आरक्षण मिलेगा। वहीं रक्षा मंत्रालय ने भी भर्तियों में अग्निवीरों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने का ऐलान किया है।

इसके पहले कल यानी शनिवार को थल सेना ने 48 घंटे में भर्ती का नोटिफिकेशन जारी करने का ऐलान कर दिया है। यह खबर आप तक पहुंचने के तकरीबन 24 घंटे में, यानी रविवार तक थल सेना का नोटिफिकेशन आ जाने की उम्मीद है। 24 जून तक वायु सेना का नोटिफिकेशन भी जारी हो जाएगा। इस बैच के अग्निवीरों को ऊपरी आयु सीमा में पांच साल की छूट देने का भी फैसला लिया गया है।

इस दौरान हिंसा कि आग ने तकरीबन 16 राज्यों को अपनी चपेट में ले लिया है। कानपुर शहर को हिंसा की साजिश में झोंकने की साजिश का खुलासा प्रशासन ने कर लिया है। ‘बायकॉट टीओडी’ और ‘बायकॉट टुअर ऑफ ड्यूटी’ नाम से दो व्हाट्सएप ग्रुपों ने रामादेवी चौकी फींकने और नौबस्ता-हमीरपुर रोड जाम लगाने का षड्यंत्र रचा था। जिसे पुलिस ने समय रहते ही ट्रेस कर लिया क्राइम ब्रांच ने इस खुलासे के बाद सात छात्रों को गिरफ्तार कर लिया है। जो इस ग्रुप से जुड़े बताए जा रहे हैं। डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने बताया कि सभी छात्रों से पूछताछ जारी है। इन ग्रुपों में 282 छात्रों के नाम शामिल होने की बात सामने आई है। जिसमें एक सैनिक का बेटा और एक पुलिसकर्मी का बेटा भी शामिल है।

उधर बिहार में आईबी ने एक नया खुलासा किया है कि कई नक्सली संगठन छात्रों के विरोध की आड़ में हिंसा को बढ़ावा देने के काम में सक्रिय हो गए हैं। इसे देखते हुए पुलिस-प्रशासन के साथ-साथ अर्धसैनिक बलों को भी सतर्क कर दिया गया है। जबकि कई जिलों में उपद्रव जारी है। जमुई में प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच झाझा थाना क्षेत्र के सोहजाना मोड़ स्थित कर्पूरी चौक के समीप झड़प हो गई। देखते ही देखते प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षाकर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया। जिसमें कई सुरक्षाकर्मियों को चोटें आईं हैं।

वहीं मसौढ़ी में अग्निपथ कानून के विरोध में उपद्रवियों ने तांडव मचाया और जीआरपी तारेगना के कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। सूचना मिलते ही पटना जिलाधिकारी और एसएसपी पटना करीब हजारों पुलिस बल के साथ स्थिति को नियंत्रित करने में लगे हुए हैं। सीतामढ़ी में पुलिस प्रशासनिक अफसरों की तैनाती चप्पे-चप्पे पर कर दी गई है। उपद्रवियों के साथ सख्ती से निपटने के लिए डीएम के कड़े रुख के बाद सीतामढ़ी रेलवे जंक्सन से लेकर जिले के सभी चौक-चौराहों पर पुलिस की मुस्तैदी बढ़ा दी गई है।