स्टेट डेस्क/ पटना । अग्निपथ स्कीम को लेकर पिछले चार दिनों से बिहार में आगजनी और हिंसक प्रदर्शन का दौर लगातार जारी है। इस उग्र प्रदर्शन के दौरान करोड़ों रुपये की संपत्ति खाक कर दी गई है। अब इससे जुड़ी बड़ी खबर यह है कि अग्निपथ विरोध प्रदर्शन पूरी तरह सुनियोजित रहा है। इस प्रदर्शन में शामिल ज्यादातर लोगों की पहचान की गई है।
आईबी के सूत्रों के मुताबिक इनमें से अधिकांश वही लोग हैं जो आरआरबी और एनटीपीसी प्रोटेस्ट में शामिल थे। सीडीआर (कॉल डीटेल रिपोर्ट) तो कम से कम यही इशारा कर रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक तकरीबन सात सौ के करीब वही नंबर इन विरोध प्रदर्शनों के समय भी सक्रिय पाए गए जो आरआरबी विरोध के दौरान पटना, गया, समस्तीपुर और जहानाबाद समेत दूसरे जिलों में सक्रिय थे।
वीडियो फुटेज भी इसी ओर इशारा कर रहे हैं। आईबी ने इन फुटेज और कॉल ट्रेसिंग के जरिए तकरीबन सात सौ लोगों की पहचान भी कर ली है। पुलिस की नजर दानापुर, समस्तीपुर, बक्सर, आरा और लखीसराय सहित कई जगहों पर है। सूत्रों का कहना है कि एक बार फिर इन नंबरों की पुष्टि की जा रही है। सत्यापन होते ही इन लोगों तक पुलिस अपनी गिरफ्त टाइट कर देगी।
सूत्र बताते हैं कि लगता है कि एक ऐसा गैंग सक्रिय है जो जो उपद्रव के लिए मौके के इंतजार में रहता है। इस प्वाइंट को लेकर पुलिस के आला अफसरों की हाई लेवल मीटिंग भी हो चुकी है। अब इस प्वाइंट पर जांच आगे बढे़गी। ऐसे लोगों के संरक्षकों की भी पुलिस को तलाश है। आईबी के सूत्रों के मुताबिक पिछले कुछ ही दिनों में तमाम व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए जिनके जरिए विरोध की चिंगारी को हवा दी गई। तमाम भ्रामक बातें युवाओं के बीच फैलाई गईं।