सासाराम/अरविंद कुमार सिंह। कृषि विज्ञान केंद्र रोहतास में मृदा स्वास्थ्य कार्ड दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के उद्घाटन करते हुए कृषि विज्ञान केंद्र बिक्रमगंज रोहतास के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान आर के जलज ने कहा कि मृदा परीक्षण के उपरांत प्राप्त स्वास्थ्य कार्ड से हमें अपने मृदा की वस्तु स्थिति एवं पोषक तत्वों की उपलब्धता के बारे में जानकारी प्राप्त होती है।
उस कार्ड पर दिए गए खादों एवं उर्वरक की मात्रा लिखी होती है, उसी के अनुसार अपने फसलों में प्रयोग करना चाहिए जिससे हमारी मिट्टी का स्वास्थ्य बेहतर बना रहता है। साथ ही उस खेत से प्राप्त उत्पादों की गुणवत्ता भी बनी रहती हैं। किसानों से अनुरोध है कि प्राप्त मृदा कार्ड में सूचना के आधार पर ही अपने खेतों में उर्वरकों का प्रयोग करें।
डॉ रामाकांत सिंह मृदा वैज्ञानिक ने बताया कि मृदा में 17 आवश्यक पोषक तत्व होते हैं जिसकी प्रतिपूर्ति मृदा, जल, खाद एवं उर्वरकों से किया जाता है। अगर संतुलित मात्रा में खाद्य मुर्गों का प्रयोग मृदा परीक्षण के आधार पर करते हैं तो फसलों में आने वाली अनेक रोगों से हम मुक्ति पा जाते हैं जिससे अंधा ढूंढ रासायनिक दवाओं का इस्तेमाल करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी जिससे पर्यावरण के साथ-साथ हमारे आर्थिक स्तर पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
उद्यान वैज्ञानिक डॉ रतन कुमार ने मिर्जा परीक्षण से प्राप्त परिणामों के आधार पर अगर उद्यानिकी फसलों जैसे टमाटर मुरली गाजर शलजम गोभी आम अमरूद इत्यादि में खाद्य एवं उर्वरकों का प्रयोग करें तो गुणवत्ता युक्त फल एवं फूल प्राप्त होते हैं जिससे समाज में आने वाली अनेक रोग एवं पौधों से बचा जा सकता है।
इस अवसर पर मृदा स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के साथ-साथ स्वास्थ्य कार्ड का भी वितरण किया गया और 50 किसानों ने अपनी सहभागिता दी। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र रोहतास के प्रवीण कुमार पटेल, हरेंद्र कुमार, अभिषेक कुमार, सुवेश कुमार सहित सहित सभी कर्मी उपस्थित रहे।
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