स्टेट डेस्क : बिहार के अररिया में बदमाशों ने सुबह-सुबह एक दैनिक अखबार के पत्रकार विमल कुमार यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
वहीं आज की सुबह बदमाश विमल कुमार यादव के घर पहुंचे थे. वहीं दरवाजा को खटखटाया और जैसे ही वह बाहर निकले तो उन्हें गोलियों से भून दिया था. जिसके बाद इलाके में सनसनी फैल गई थी. विमल कुमार यादव अपने पीछे एक बेटा, एक बेटी और पत्नी को छोड़ गए हैं. घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
पत्नी पूजा देवी ने बताया कि सुबह में घर का दरवाजा खटखटाकर उनके पति का नाम लेकर हल्ला किया जा रहा था. वे दोनों उठकर घर का दरवाजा और ग्रिल खोल रहे थे. इसी क्रम में उनके पति मेन गेट खोलकर जैसे ही दरवाजे पर पहुंचे की गोली चलने की आवाज आई. पति ने चिल्लाने पर वह दौड़कर पहुंचीं तो देखा कि उनके पति खून से लथपथ पड़े हैं. उन्होंने गोली मारने की जानकारी आसपास के लोगों को दी. सुबह में अधिक लोग बाहर नहीं थे.
पूजा देवी ने बताया कि दो साल पहले उनके देवर गब्बू यादव की भी बदमाशों ने इसी तरह हत्या कर दी थी. उनके पति विमल कुमार यादव मुख्य गवाह थे. केस ट्रायल पर कोर्ट में चल रहा था. बदमाश गवाही देने से मना कर रहे थे. कुछ दिन पहले ही इन्होंने कोर्ट में गवाही दी थी.
घटना के बाद भारी संख्या में जिले के पत्रकार पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे. जिला पत्रकार संघ के अध्यक्ष अमरेंद्र कुमार, सचिव अमित कुमार अमन, राकेश कुमार, मिंटू सिंह सहित दर्जनों की संख्या में पहुंचे पत्रकारों ने पुलिस अधिकारियों से मसले पर बातचीत की. शीघ्र हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग की. पत्रकार संघ ने मामले में पत्रकारों की असुरक्षा को लेकर आंदोलन करने की बात कही.