आरा, रमन सिंह। आरा के महाराजा कॉलेज में सोमवार को महाराजा कॉलेज के हिंदी विभाग की महिला असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ शुचि स्नेहा की पिटाई कर दी गई थी. छात्राओं ने धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया और लात घूसों से जमकर पिटाई करने लगी. घटना में महिला असिस्टेंट प्रोफेसर को आंख, पीठ, गर्दन सहित कई जगहों पर गंभीर चोट आई थी.
इस घटना के बाद आज मंगलवार को दूसरे दिन पीजी के परीक्षा की पहली पाली में कालेज प्रशासन के कड़ाई कर दी, जिसके बाद वहां जमकर हंगामा हुआ. दरअसल महाराजा कालेज के गेट पर किसी भी परीक्षार्थी को मोबाइल बैग और गेस पेपर लेकर कालेज में अंदर प्रवेश करने की अनुमति नहीं थी,
इसके लिए गेट पर हर परीक्षार्थी की सघन जांच की जा रही थी. कुछ परीक्षार्थी अपना मोबाइल और बैग बहार रख कर परीक्षा देने अंदर चले गए, लेकिन कुछ लोग गेट पर बैग और मोबाइल के साथ परीक्षा देने की जिद करते रहे. परीक्षा समय पर शुरु होने के बाद गेट पर मौजूद छात्रो ने हंगामा करना शुरु कर दिया देखते ही देखते नवादा थाना की पुलिस भी कालेज कैंपस में पहुंच गई,
लेकिन छात्र अपनी जिद पर अड़े रहे और वीर कुंवर सिंह वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे. जब तक कालेज प्रशाशन ने प्रथम पली की परीक्षा स्थगित करने की घोषणा नहीं की तब तक छात्र कॉलेज में जमे रहे. कॉलेज के गेट पर वार्ता के लिए कॉलेज के प्रभारी प्रिंसिपल आलोक कुमार भी दो मिनट के लिए गेट पर पहुंचे,
लेकिन छात्रों को शांत नहीं करा पाए और वो वापस कॉलेज में चले गए. इसके बाद छात्रों ने कॉलेज के गेट को तोड़ दिया और अंदर घुस गए और परीक्षा भवन में जाकर परीक्षार्थियों को डिस्टर्ब करने की कोशिश की, लेकिन वहां मौजूद अन्य छात्रों ने उन्हें मना करते हुए बाहर भेज दिया. परीक्षा से वंचित परीक्षार्थी सनेहा कुमारी ने बताया कि आज हम लोग उतने दूर से आरा परीक्षा देने आए थे,
लेकिन हम लोगों को परीक्षा हॉल में घुसने नही दिया गया. उनका कहना है की आप लोग अपना मोबाइल, बैग और गेस पेपर बाहर रख दे. हम लोगों की पढ़ाई कॉलेज में नहीं हुई है. हमलोग कैसे परीक्षा दे,कुछ परीक्षार्थियों को अंदर प्रवेश दिया गया है उनका मोबाइल और गेस पेपर नहीं लिया गया है वो खुलेआम चोरी कर रहे हैं. कॉलेज प्रशासन हम लोगों के साथ अत्याचार कर रहा है. हमारे भविष्य के सतह खिलवाड़ कर रहा है.
वहीं, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ शुचि स्नेहा की पिटाई करने वाली छात्राओं का कहना है कि ‘सोमवार को हॉल में बैठे छात्रों ने कमेंट और छेड़छाड़ की जा रही थी. जब हम लोगों ने इसका विरोध किया तो वो सभी छात्र जाकर प्रिंसिपल से शिकायत कर दी. इसके बाद मैम ने हम लोगों का मोबाइल छीन लिया और छात्रों के मोबाइल को छोड़ दिया. लड़के भोजपुरी गाने बजा रहे थे.
हमारी शिकायत पर उन लोगों ने कोई एक्शन नहीं लिया गया. जब हम लोगों ने कहा कि मोबाइल सभी परीक्षार्थियों का लीजिए तो मैम ने मेरा हाथ मरोड़ दिया और पिटाई की. उसी दौरान हम तीनों की पिटाई कर दी गई. मैडम को हम लोगों ने नहीं मारा है, वो खुद ही भीड़ के कारण सीढ़ी से लड़खड़ाकर गिर गईं थी’.