जेल से बाहर आते ही पूर्व सांसद आनंद मोहन ने पढ़ी गीता की पंक्तियां

बिहार

Patna, Beforeprint : शुक्रवार को गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया हत्याकांड में सजायाफ्ता पूर्व सांसद आनंद मोहन जेल से बाहर आ गए। आनंद आनंद मोहन की बेटी की सगाई है और मां की खराब तबीयत को देखते हुए उन्हें पहली बार 15 दिनों का पेरोल मिला है। बीते बुधवार को ही उन्हें जेल से बाहर आना था लेकिन कागजातों की कमी के कारण शुक्रवार को 15 दिनों के पेरोल पर आनंद मोहन जेल से बाहर आ गए।

सहरसा जेल के बाहर आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद भी मौजूद थीं। जेल से बाहर आने पर समर्थकों ने आनंद मोहन का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। जेल से बाहर आने के बाद आनंद मोहन ने कहा कि जो हुआ अच्छा हुआ, जो हो रहा अच्छा हो रहा है और जो होगा वह भी अच्छा होगा। उन्‍होंने कहा कि शुभ काम के लिए वे जेल से बाहर आए हैं।

आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद और उनके बेटे चेतन आनंद फिलहाल आरजेडी में है। चेतन आनंद आरजेडी के विधायक हैं। बता दें कि साल 1994 में मुजफ्फरपुर में आनंद मोहन उस प्रोसेशन में शामिल थे, जिसमें छोटन शुक्ला की शव यात्रा निकाली गई थी। इस यात्रा के दौरान गोपालगंज के तत्कालीन की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में वे दोषी करार दिए गए और उन्हें उम्र कैद की सजा हुई थी। इस सब के बावजूद फिलहाल वे केवल पैरोल पर ही बाहर आए हैं। आनंद मोहन के जेल से बाहर आने पर उनके विधायक बेटे चेतन आनंद ने ट्वीट कर लिखा है कि ‘आज खुशी के आंसू थम नहीं रहे । इन्तजार उस दिन का भी जब आप पूरी तरह से हमारे बीच आ जाएं’।