बेगूसराय : आजादी के अमृत महोत्सव पर राज्य स्तरीय खादी एवं ग्रामोद्योग महोत्सव का हुआ आयोजन

बेगूसराय

मधुबनी चित्रकला की खादी एवं ग्रामोद्योग महोत्सव मेला में खूब हो रही बिक्री

बेगूसराय विनोद करण : बेगूसराय में कला के कद्रदानों को ढूंढना है तो बरौनी रिफाइनरी के टाउनशिप में लगे 15 दिवसीय खादी एवं ग्रामोद्योग महोत्सव में चले आइए। जहां मिथिला चित्रकला यानी मधुबनी पेंटिंग का स्टाल लगा है। आम दिनों में यहां के लोगों के पहुंच मधुबनी पेंटिंग्स यहां उपलब्ध है।

कला के कद्रदान यहां स्टाल पर मिल जाएंगे। मधुबनी के ग्राम विकास परिषद, रांटी के स्टाल पर बिक्रेता सिया देवी बताती है कि दिवाल टांगने वाला पेंटिंग ही नहीं हमारे स्टाल पर सिल्क व काटन के कपड़े पर कलाकारों व्दारा तैयार सूट, साड़ी, दुपट्टा, पाग, दुपट्टा, आफिस फाइल, बंडी के अलावा विभिन्न साइज में दिवाल पर लगाने के लिए सीता-स्वयंवर, अहिल्या उद्धार, द्रौपदी चीरहरण, कोहबर, रासलीला आदि की पेंटिंग उपलब्ध है। उनका कहना है कि बेगूसराय में कला प्रेमियों की संख्या काफी दिख रही है। सुबह-शाम खरीदारों की भीड़ अधिक होती है।

इसी तरह अगर आपको जैविक खेती की उपज वाला मसाला खरीदना है तो आशानुरूप लोकसेवा संस्थान के कांउटर पर गुड़ के भुहरी से लेकर साबूत व पाउडर दोनों ही मिल जाएगा। यहां खादी के रेडिमेड गारमेंट भी विभिन्न रेंज में उपलब्ध है। संस्थान के निर्मल वर्मा बताते हैं कि कृषि विश्वविद्यालय पूसा व्दारा कराई गई जैविक खेती की उपज ही मेरे संस्थान का ब्रांड है।

हमने मसाला ही नहीं बाडी लोशन व गुणवत्ता वाली आंटा, घानी सरसों तेल को लेकर भी प्रसिद्धि हासिल की है। उन्होंने कहा कि ठंड कम होने के कारण गर्म कपड़े व कम्बल की बिक्री थोड़ी कम है, लेकिन हमारे अन्य उत्पादों की बिक्री ठीक चल रही है। बीते वर्ष भी हम अपने उत्पादों को लेकर आए थे। इसलिए यहां के ग्राहकों के बीच संस्थान की अलग पहचान बन गई है।

महोत्सव में भागलपुरी सिल्क लेकर आया है सजौर सिल्क खादी ग्रामोद्योग समिति। इसके अलावा उप्र से भी कई संस्थान आएं। कच्ची घानी सरसों तेल आफ सामने में भी पेड़ाकर ले सकते हैं। बताते चलें कि 3 मार्च से आरंभ इस महोत्सव मेला का समापन 17 मार्च को होना। केंद्रीय मंत्री सह क्षेत्रीय सांसद गिरीराज सिंह के विशेष पहल चार वर्ष पूर्व खादी ग्रामोद्योग आयोग ने बेगूसराय में खादी ग्रामोद्योग एवं क्राफ्ट मेला लगाना शुरू किया था।

तबसे बरौनी रिफाइनरी के सहयोग से यहां मेला लगता आ रहा है। खादी ग्रामोद्योग आयोग के असिस्टेंट आफिसर सचिन जैन ने बताया कि बेगूसराय में अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। अब 50 लाख रुपये से अधिक की बिक्री विभिन्न स्टालों से हो चुकी है। उन्होंने बताया कि आयोग मधु उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है। इस दिशा में भी उपलब्धि संतोषजनक है।