बलिया/ बेगुसराय, बीपी टीम : मुंगेर गंगा नदी पर बने श्रीकृष्ण सिंह सेतु सड़क पुल पर 60 घंटे के बाद रविवार की संध्या से फिर से परिचालन शुरू कर दिया गया है। बताते चलें कि मुंगेर से बेगूसराय को जोड़ने वाली श्रीकृष्ण सिंह सेतु पुल का उद्घाटन 12 फरवरी 2022 को किया गया था। परंतु भारी वाहन के गुजरने पर रोक लगी हुई थी। अब बारी वाहन चलाने की अनुमति मिलने से व्यापार में वृद्धि होगी और गिट्टी बालू के दाम में भी कमी होने की संभावना है जिस कारण गृह निर्माण कार्य में लोगों को काफी लाभ मिल सकता है।
गौरतलब हो कि श्रीकृष्ण सिंह सेतु पुल पर भारी वाहनों के परिचालन को लेकर जांच प्रक्रिया पूरी होने तक 3 दिनों के लिए पुल को पूर्णतः सील कर कर दिया गया था। इस दौरान विभाग के इंजीनियरों के द्वारा जांच की गई। यानी 3 जून की सुबह 8:00 से 5 जून की शाम 6:00 बजे तक एनएचएआई के द्वारा मुंगेर- बेगूसराय सड़क पुल बंद करने की घोषणा की गई थी। 2 घंटे की देरी से रविवार की संध्या लगभग 8:00 बजे जांच का कार्य पूरा हो जाने के बाद पुनः पुल पर आवागमन शुरू कर दिया गया है।
हरियाणा के एसके सिंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी के इंजीनियर दिवाकर प्रताप सिंह ने बताया कि एनएचएआई के 5 सदस्य टीम पटना से पहुंचकर पुल के क्षमता की एवं गुणवत्ता की जांच का कार्य लगातार तीन दिनों तक करने के बाद ऑन स्पॉट ही पुल पर से भारी वाहनों के गुजरने की अनुमति दी है। जिसके अंतर्गत 45 टन का भार लेकर चलने वाली बड़ी गाड़ियां भी उस मार्ग से अब जा सकती है। इससे अधिक क्षमता वाली मशीन के गुजरने पर रोक रहेगा। वही पुल पर दोनों और लगाए गए बैरियर की ऊंचाई 8 फीट से बढ़ाकर 20 फीट यानी 5 मीटर तक कर दी गई है।
ताकि सभी बड़ी छोटी गाड़ी यहाँ से बिना रोके-टोके जा सके। इंजीनियर दिवाकर कुमार ने बताया कि एनएचआई के इंजीनियरों के द्वारा स्थल पर पुल की जांच के दौरान रेलवे विभाग के भी 3 इंजीनियर मौजूद थे। कार्य संतोषजनक पाये जाने के बाद रेलवे के इंजीनियरों ने भी ऑन स्पॉट एनओसी दी गई। स्थल पर मौजूद रेलवे के इंजीनियरों के द्वारा अनुमति मिलते ही 5 जून की संध्या लगभग 8:00 बजे पुल पर पुनः परिचालन बहाल करने के साथ ही भारी वाहनों के आवागमन को भी चालू करा दिया गया है। उन्होंने बताया कि कागजी प्रक्रिया को पूरा करने में अभी तीन-चार दिन का और समय विभागीय स्तर पर लगेगा।
बताते चलें कि लगातार तीन दिनों तक पुल पर परिचालन बंद रहने के कारण लोगों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा था। बड़े वाहन एवं भारी वाहन सहित सभी गाड़ियों के परिचालन को हरी झंडी मिलते ही मुंगेर, बेगूसराय, खगड़िया, जमुई, लखीसराय, भागलपुर, बांका आदि जगहों के लोगों में काफी हर्ष देखा जा रहा है।