डेस्क/ विक्रांत: विद्वान धर्मानुरागी पं. राम स्वरूप शर्मा जी का आकस्मिक निधन हो गया. उनके निधन की खबर से शिक्षा जगत में शोक की लहर दौड़ गई. वयोवृद्ध पं. शर्मा अपने पीछे चार पुत्रों से हरे भरे परिवार छोड़ गए है. पेशे से मूलतः शिक्षक रहे पं. शर्मा बिहार के भागलपुर व आस पास में काफी लोकप्रिय थे.
भागलपुर सहित भागलपुर के आसपास के क्षेत्र के हजारों हजार बच्चे आज उनसे शिक्षा पाकर पूरी दुनिया में भागलपुर और अपना परिवार का नाम रोशन कर रहे हैं.भागलपुर के शिक्षा जगत के लिए किया गया इनका कार्य हमेशा के लिए याद किया जाएगा.
साथ ही उनकी शिक्षा शैली और इनके प्रेम वात्सल्य करुणा सभी विद्यार्थियों के लिए हमेशा याद बनी रहेगी.
दिवंगत रामस्वरूप शर्मा जी अपने पीछे चार पुत्रों से हरे भरे परिवार में बड़े पुत्र डा0 श्याम सुंदर शर्मा आयुर्वेद के डाक्टर के रूप में पटना से रिटायर हैं दूसरे पुत्र विष्णु कुमार शर्मा, सेंट्रल बैंक आफ इंडिया के बड़े अधिकारी के रूप में रिटायर हुए हैं. तीसरे पुत्र CA नरेश कुमार शर्मा, हिन्डालको में कार्यरत होकर रिटायर हुए हैं .
चौथे पुत्र डॉ रमेश कुमार शर्मा वर्तमान में कृषि वैज्ञानिक के रूप में नालंदा उद्यान महाविद्यालय, नूरसराय, नालन्दा में कार्यरत हैं.उनकी तीन बेटियां हैं सुमित्रा देवी मंजू देवी एवं रेणु देवी हैं.
उनके निधन पर भागलपुर के श्रवण बाजोरिया डॉ रतन संथाली, डॉक्टर मनीष जालान , अशोक भिवानी वाला, चांद झुनझुनवाला,प्रोफेसर दिलीप अग्रवाल, सज्जन किशोरपुरिया एवं शिव कुमार किशोरपुरिया आदि ने शोक संवेदना व्यक्त की है.