विक्रांत। बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर में राष्ट्रीय किसान सम्मेल सह किसान मेले में किसानों के स्वागत के लिए पूरी तरह सज-धज कर तैयार है। | कल यानि 11 मार्च से 12 मार्च तक आयोजित होने वाले इस वार्षिक कार्यक्रम का उद्घाटन राज्य के राज्यपाल सह विश्वविद्यालय कुलाधिपति श्री आरिफ मोहम्मद खां द्वारा किया जायेगा, अध्यक्षता माननीय उप मुख्यमंत्री सह कृषि मंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा करेंगे | इस भव्य किसान मेले का उद्घाटन सुबह 10:30 बजे से प्रस्तावित है। अगले दो दिनों तक मेला परिसर में सभी निजी वाहनों का प्रवेश वर्जित किया गया है।

मेले के सभी तोरणद्वार का नामकरण किया गया है जैसे, लीची-द्वार, मगहीपान-द्वार, ज़र्दालू आम द्वार, मखाना द्वार। बिहार के सभी जी. आई. को सैंड आर्ट द्वारा प्रदर्शित किया गया है। भवनों पर रंग बिरंगे रौशनी जगमगा रहे हैं | मेले में देश और राज्य भर से आने वाले किसानों के आवासन, प्रक्षेत्र भ्रमण एवं हर एक सुविधाओं का ध्यान रखा गया है। इस बार मेले का थीम “कृषि उद्यमिता से समृद्ध किसान” रखा गया है |
किसानों के कुम्भ कहे जाने वाले इस मेले में सिरकत करने के लिए स्थानीय किसान भी उत्साहित हैँ। मेले में भाग लेने वाले सभी किसानों को निबंधन उपरांत एक मेला-किट प्रदान दिया जायेगा। कृषि विज्ञान केंद्रों, जीविका और आत्मा के माध्यम से किसानों का परिसर में आना शुरु हो चूका है। किसान अपने द्वारा उत्पादित सामग्रीयों का प्रादर्श भी प्रदर्शनियों में लगा रहे हैँ। विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति डॉ. डी. आर. सिंह ने किसान बहनों एवं भाइयों से आह्वान किया है कि अधिक से अधिक संख्या मेले में आकर कृषि के नई तकनीक और नवाचार को देखें और लाभ उठायें।
किसान मेला के मुख्य आकर्षण :
मेले में सरकारी संस्थाओं के साथ-साथ देश भर के कृषि और सम्बद्ध क्षेत्रों से जुडी निजी संस्थाएं और कम्पनियाँ अपने स्टाल की बुकिंग मेला परिसर में कर रहे हैं | इस बार मेले के मुख्य आकर्षण के तौर पर विश्वविद्यालय द्वारा विकसित की गई नवीनतम तकनीकों का प्रदर्शन किया जायेगा, बागवानी प्रदर्शनी, कृषि ड्रोन का प्रदर्शन एवं बिक्री हेतु बुकिंग ली जाएगी, किसानों द्वारा तैयार किए गये मूल्यसंवर्धित उत्पादों की प्रदर्शनी तथा बिक्री की जाएगी, कृषि उत्पादनों की प्रदर्शनी तथा बिक्री की जाएगी, विभिन्न प्रकार के बीजों / पौध सामग्री का प्रदर्शन एवं बिक्री की जाएगी, मोटे आनाजों की खेती पर संगोष्ठी का आयोजन किया जायेगा,
बिहार कृषि विश्वविद्यालय के प्रायोगिक प्रक्षेत्रों पर किसानों का भ्रमण कराया जायेगा, प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया जायेगा, विश्वविद्यालय मुख्यालय के अनुसंधान प्रक्षेत्रों की नवीनतम प्रौद्योगिकीयों का जीवंत प्रत्यक्षण किया जायेगा, कृषि प्रदर्शनी आधुनिकतम ज्ञान एवं तकनीक की जानकारी देने के लिए उपयोगी, ज्ञानवर्धक एवं विशाल कृषि प्रदर्शनी के आयोजन के साथ बौद्धिक किसान समागम भी होगा किसानों और कृषि प्रेमियों को अनोखा अनुभव देगा |
मेला में उद्यान प्रदर्शनी की विशेष व्यवस्था की जा रही है, जिसमे किसान भाई/बहन अपने खेतों में उगाई गई सर्वोत्तम शाक-सब्जी, फल एवं फूल व इनके संरक्षित पदार्थों की प्रविष्टि लेकर प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैँ । विश्वविद्यालय के द्वारा उत्तम प्रविष्टियों के लिए प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया जायेगा।