मुजफ्फरपुर/ब्रह्मानन्द ठाकुर। भूमिहार ब्राह्मण सामाजिक फ्रंट आगामी 25 दिसम्बर को मुजफ्फरपुर मे महाकुम्भ का आयोजन करेगा।इसमे प्रदेश के विभिन्न जिलों से 50 हजार प्रतिनिधि शामिल होंगे।ये बातें भूमिहार ब्राह्मण सामाजिक फ्रंट के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष, पूर्वमंत्री अजित कुमार ने कही। वे आज पारु के रामचंद्रपुर कालेज मैदान मे आयोजित फ्रंट के एक दिवसीय प्रतिनिधि सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे।
सम्मेलन में शासन-प्रशासन द्वारा लगातार समाज को टारगेट कर कमजोर करने के प्रयास की कडी निंदा, करते हुए उन्होने कहा किभूमिहार ब्राह्मण फ्रंट ने ऐसी हर साजिश को विफल करने का संकल्प कर लिया है। इस अवसर पर नेताओं ने नवल बाबू के मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। प्रखंड अध्यक्ष शंभू प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में आयोजित सम्मेलन में समाज को सशक्त व संघर्षशील बनाने के संकल्प लिया गया।
सम्मेलन का शुभारंभ फ्रंट के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा एवं कार्यकारी अध्यक्ष पूर्व मंत्री अजीत कुमार व सुधीर शर्मा ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्ज्वलित कर एवं बिहार केशरी श्री कृष्ण सिंह की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर किया गया। कार्यक्रम के उद्घाटन के उपरांत फ्रंट के प्रखंड अध्यक्ष शंभू प्रसाद सिंह ने आगत अतिथियों का स्वागत किया। मंच का संचालन सुरेश प्रसाद सिंह ने किया।
इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने कहा कि यह फ्रंट बीते ढाई वर्षों के अपने कार्यकाल में आप साथियों के संघर्ष के बल पर राज्य के 38 जिलों के लोगों की जुबान पर आ गया है। यह हम सबों के लिए बड़ी उपलब्धि है। हमारा लक्ष्य समाज को संगठित व संघर्षशील बनाकर अपने गौरवशाली अतीत को पुनर्स्थापित करना है। उन्होंने उपस्थित प्रतिनिधियों से समाज में नशा पान करने वाले युवकों को नशा त्यागने के लिए अभियान चलाकर प्रेरित करने की अपील की।
उन्होंने कहा कि हमारा समाज कतिपय कारणों से सामाजिक व राजनैतिक रूप से हाशिए पर चला गया है। देश के सभी राजनीतिक दल हमें पिछलगू व मजबूर समझने लगे हैं। हमें संगठित होकर वैसे लोगों को अपनी ताकत का एहसास कराना है। उन्होंने आगे कहा कि सत्ता व शासन के द्वारा आए दिन हमारे समाज को टारगेट किया जा रहा है । इस क्रम में समाज के कई होनहार लोगों की जान भी गई है। लेकिन अब हम इस दमन को बर्दाश्त नहीं करेंगे । जरूरत पड़ी तो लड़ने- भिरने का भी काम करेंगे।
फ्रंट के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश शर्मा ने कहा कि आज बेरोजगारी हमारे समाज के युवा वर्ग के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। हमारा समाज आर्थिक रूप से लगातार पिछड़ रहा है। ऐसे में हमें नौकरी के बजाय अब स्वरोजगार की ओर ध्यान देना पड़ेगा। श्री शर्मा ने कहा कि आदिकाल से हमारा समाज जमीन से जुड़ा रहा है। यदि आज हम कृषि पर आधारित उद्योग लगाते हैं तो न केवल हमारी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, बल्कि हमारी जमीन का भी बेहतर उपयोग होगा।
उन्होंने कहा कि यदि आपको अपने पूर्वजों की विरासत को पुनर्स्थापित करना है तो आपसी कटुता भुलाकर एक होना पड़ेगा। यह फ्रंट अपने मूल सिद्धांत “ना काहू से दोस्ती ना काहू से बैर” “जो हमें सम्मान देगा हम उसका साथ देंगे” के सिद्धांत पर आगे भी संघर्ष करेगा। उन्होंने आगे कहा किआज हमारे समाज के समक्ष तरह तरह की चुनौतियां खड़ी की जा रही हैं। हम इस चुनौती से डरने वाले नहीं हैं। हम हर चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
कार्यकारी अध्यक्ष सुधीर शर्मा ने कहा कि हम परशुराम के वंशज हैं। अन्याय के खिलाफ लड़ना हमारा इतिहास रहा है। सत्ता हो या शासन हमें कमजोर करने का दुस्साहस न करे। श्री शर्मा ने लोगों से संगठित होकर अपने मान सम्मान की लड़ाई स्वयं लड़ने का आह्वान किया। फ्रंट के उपाध्यक्ष अरुण कुमार सिंह ने कहा कि जब तक हमारे समाज की सत्ता व शासन में समुचित भागीदारी नहीं होगी तब तक हमारा सर्वांगीण विकास नहीं हो सकता है। इसलिए सत्ता और शासन में भागीदारी के लिए सभी को एकजुट होना पड़ेगा।
प्रदेश महासचिव धर्मबीर शुक्ला ने कहा कि हमारा समाज हर स्तर पर सबल होने के बावजूद आज चौतरफा उपेक्षा का शिकार हो रहा है। जबकि आजादी की लड़ाई से लेकर देश-प्रदेश के नवनिर्माण में हमारे समाज की उल्लेखनीय भूमिका रहा है। जिसका इतिहास गवाह है। उन्होंने नौजवानों से कहा कि आपको किसी के दबाव में नहीं आना है। हम एकजुट होकर संघर्ष कर रोजी रोजगार व सम्मान भी अर्जित करेंगे।
जिला अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह ने कहा कि आज हमारे समाज ने केवल अंगराई ली है तो गांव से दिल्ली तक लोग चर्चा कर रहे हैं । जिस दिन हम संगठित हो जाएंगे, उस दिन हमें कोई नहीं दवा पाएगा। सम्मेलन में कई महत्वपूर्ण निर्णय भी लिए गए। आगामी 25 दिसंबर को फ्रंट के द्वारा मुजफ्फरपुर में प्रस्तावित भूमिहार ब्राह्मण समाज के महाकुंभ मै पारू से बड़ी भागीदारी सुनिश्चित करने, समाज के अंतिम व्यक्ति को भी फ्रंट से जोड़ने, नशा के जद में फंसे युवाओं को नशा मुक्ति के लिए प्रेरित करने, युद्ध स्तर पर सदस्यता अभियान चलाने तथा़ फ्रंट का हर पंचायत में संगठन तैयार कर पंचायत स्तर पर सम्मेलन आयोजित करना प्रमुख है। समाज व फ्रंट के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाले एक दर्जन से अधिक लोगों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया। इससे पूर्व नेताओं ने पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय नवल बाबू के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किया।
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सम्मेलन को फ्रंट के वरिष्ठ नेता भूषण सिंह, एल एन सिंह, विनय ठाकुर, रणधीर कुमार सिंह, शांतनु सत्यम तिवारी, अंकेश ओझा, मुरारी शरण सिंह उर्फ श्याम जी, पप्पू सिंह, सुकुल ठाकुर ,गुड्डू ओझा, जिला परिषद सदस्य विनोद कुमार सिंह, मुखिया प्रतिनिधि संजय सिंह, घनश्याम सिंह, नवल किशोर सिंह, मणि भूषण सिंह, निखिल कुमार, मणि भूषण सिंह, मनीष कुमार, घनश्याम सिंह, गीता देवी, कुंदन कुमार ,श्री राम सिंह, रामाशंकर सिंह, अंजनी सिंह, सतीश सिंह, शुशांत शेखर, नीतीश, राकेश चौधरी, मुकेश कुमार सिंह , प्रियव्रत कुमार, पवन कुमार सिंह, चंदन कुमार सिंह आदि ने संबोधित किया।