बीपी प्रतिनिधि। बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू हो चुकी है। बता दें कि सदन के इस विशेष सत्र में फ्लोर टेस्ट के साथ साथ विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होनी थी। विधानसभा के स्पीकर विजय सिन्हा ने कहा कि वो नियम के तहत ही काम कर रहे थे। हमेशा नियमों के तहत ही काम किया है। स्पीकर ने कहा कि उनके खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव असंवैधानिक है। फिर उन्होंने 22 मिनट के संबोधन के बाद बहुमत के सामने नत होते हुए अपना इस्तीफा देते हुए। सदन को स्थगित कर दिया। दोपहर दो बजे सदन की कार्यवाही फिर से शुरू होगी।
इसके पहले विधानसभा के स्पीकर विजय सिन्हा ने कहा कि वो नियम के तहत ही काम कर रहे हैं। हमेशा नियमों के तहत ही काम किया है। स्पीकर ने कहा कि उनके खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव असंवैधानिक है। स्पीकर ने कहा कि वो इस्तीफा देने वाले ही थे। लेकिन उनके ऊपर गलत आरोप लगाए गए। मुझे हटाने के लिए कुछ विधायकों ने संकल्प लिया था। इस्तीफा देने से पहले सिन्हा ने कहा, ‘कुर्सी’ पंच परमेश्वर’ है। सभापीठ पर संदेह जताकर आप क्या संदेश देना चाहते हैं? लोग निर्णय लेंगे। उन्होंने कहा कि मैं पहले ही खुद इस्तीफा दे देता, लेकिन जिस तरह से मेरे खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया गया वो गलत था।
बता दें कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार बुधवार को दो दिवसीय विशेष सत्र के पहले दिन विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए फ्लोर टेस्ट का सामना करेगी। 243 सदस्यीय विधानसभा में सरकार का समर्थन करने वाले विधायकों की संख्या बढ़कर 165 हो गई, जब मंगलवार को एकल सदस्यीय एआईएमआईएम ने महागठबंधन सरकार को अपना समर्थन देने का फैसला किया। सदन की प्रभावी ताकत 241 है क्योंकि दो सीटें खाली हैं। इससे पहले, सात पार्टियों के कुल 163 विधायकों और एक निर्दलीय विधायक (सुमित कुमार सिंह) ने नीतीश को अपना समर्थन दिया था, जब उन्होंने 9 अगस्त को नई सरकार बनाने का दावा पेश किया था।