Patna, State Desk : पटना में चल रहे आइसा के बिहार राज्य परिषद की दो दिवसीय बैठक आज संपन्न हो गई। बैठक में बिहार के उच्च शिक्षा के जर्जर हालत के खिलाफ आइसा बिहार भर में “विश्वविद्यालय बचाओ अभियान” चलाएगा। साथ ही एक लाख नये सदस्य बनाने का लक्ष्य भी लिया गया। बिहार के अनेकों जिलों एवं सभी विश्वविद्यालयों से आइसा राज्य परिषद की बैठक में प्रतिनिधि शामिल हुए हैं।
सत्र के दूसरे दिन बैठक को भाकपा-माले के राज्य सचिव कुणाल, लोकयुद्ध के उप संपादक प्रदीप झा, आइसा के राष्ट्रीय महासचिव संदीप सौरभ, आइसा बिहार राज्य प्रभारी अभ्युदय ने भी संबोधित किया।
आइसा बिहार राज्य सचिव ने कहा कि बिहार में उच्च शिक्षा के जर्जर हालात के खिलाफ नियमित सत्र नियमित कक्षा दुरुस्त करो बिहार की शिक्षा के नारे के साथ विश्वविद्यालय बचाओ अभियान चलाया जाएगा एवं छात्रों शिक्षकों को आंदोलन से जोड़ा जाएगा। बिहार में जर्जर स्कूली शिक्षा के खिलाफ आंदोलन भी आंदोलन चलाया जाएगा। बिहार में प्राथमिक स्कूलों के जर्जर स्थित के खिलाफ राज्य भर में समान्य शिक्षा प्रणाली को लागू करने के लिए अभियान चलाया जाएगा। राज्य में शिक्षकों के 2 लाख से ज्यादा शिक्षकों के पद खाली है जिसे सरकार के द्वारा जल्दी से भरा जाना चाहिए।
आइसा बिहार राज्य अध्यक्ष विकास यादव ने कहा कि बिहार में लॉ कॉलेज ध्वस्त हो चुके हैं। सरकारी लॉ कॉलेजों को दुरुस्त करने की लडाई को तेज किया जाएगा। बिहार में अग्निपथ भर्ती योजना की वापसी व आंदोलनकारियों पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने एवं गिरफ्तार आंदोलनकारियों को रिहा करने की मांग को लेकर 19-20 सितंबर 2022 को राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। विश्वविद्यालय में सत्र नियमित करने, ठेके पर शिक्षकों कर्मचारियों की बहाली, कुलपतियों की नियुक्तियों में हो रहे भ्रष्टाचार और उसमें राज्यपाल की संलिप्ता के खिलाफ विश्वविद्यालय बचाओ अभियान के तहत आंदोलन किया जाएगा।