बिहार : राजनीति का धार्मिक ग्रंथ है संविधान, जिसका पालन सबको करना चाहिए : डॉ. सलीम परवेज

Politics बिहार मोतिहारी

मोतिहारी/बीपी प्रतिनिधि। बिहार एनडीए में सब कुछ ठीक इसलिए नहीं है क्योंकि अब जदयू के नेता अपने गठबंधन पर जवाबी तीर छोड़ने लगे हैं। जदयू नेता डॉ. सलीम परवेज ने लाउडस्पीकर और हनुमान चालीसा विवाद पर भाजपा को निशाने पर लिया है उन्होंने कहा कि बिहार में जब तक नीतीश कुमार हैं, तब तक ये सब कुछ संभव नहीं है।

बिहार में राजनितिक उथल-पुथल के बीच अब सत्ताधारी पार्टी जदयू ने अपनी पार्टी को मजबूत करने के लिये कमर कस ली है। यही वजह है कि पार्टी के सभी प्रकोष्ठों के नेता अब अपने कार्यककर्ताओं को जागरूक करने के लिए क्षेत्र में निकल पड़े हैं। इसी को लेकर जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष् डॉ. सलीम परवेज मोतिहारी पहुंचे। शहर के जिला परिषद सभागार में अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष् इफ्तेखार खान व युवा नेता मासूम खान  के नेतृत्व में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

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कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के साथ-साथ पार्टी प्रवक्ता दिनेश प्रसाद एवं पूर्व विधान पार्षद सतीश कुमार सहित बड़ी संख्या में पार्टी के नेता व कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। सभी ने अपनेनेताओं का स्वागत किया और फिर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई।

इस मौके पर पहुंचे अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सलीम परवेज ने पार्टी की मजबूती को लेकर कहा कि नीतीश सरकार सबके साथ एक तरह का व्यवहार करती है और सबका विकास करती है। लेकिन, अभी भी कुछ अल्पसंख्यक समाज के लोग पार्टी से अलग हैं, जिन्हें जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।

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उन्होंने हनुमान चालीसा पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए अपने गठबंधन के दल भाजपा के नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि राजनीति का धार्मिक ग्रंथ है संविधान, जिसका पालन सबको करना चाहिए। बाकी सब कार्य के लिए तो मंदिर, मस्जिद बने हुए हैं।