बिहार : भ्रष्टाचार के खिलाफ डीएम ने छेड़ी जंग तो अधिकारियों के छूटे पसीने

Local news बिहार सासाराम

सासाराम/अरविंद कुमार सिंह। सरकार द्वारा निर्माण कार्यों में और सरकारी कर्मियों के विकास कामो में रुचि नही लेने एव भ्रष्टाचार खिलाफ प्रचार अभियान चला रही है। उनमें रोहतास जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार सभी जिलाधिकारियों से आगे निकलते दिखाई दे रहे हैं। कड़ाके की धूप में जहां के लोग घरों में दुबके हुए हैं वह जिलाधिकारी द्वारा गर्मी की परवाह किए बिना योजनाओं की जांच के लिए घूमते दिखाई दे रहे हैं।

बुधवार को दिनारा प्रखण्ड में हरिवंशपुर पहुच कर जिलाधिकारी ने जांच की नल जल योजना के तहत लगया गया टंकी से पानी गिरने पर कहा कि लीकेज है। लेकिन स्थानिए अधिकारी ने कहा की नही पानी ऊपर से रिस कर गिर रही है। उसके बाद 80 फिट उचाई पर चढ़ कर टंकी को देखा।

फिर क्या था देखते ही देखते स्थानीय वीडियो और अन्य अधिकारी भी कड़ाके की धूप में पानी टंकी पर चल गए गाव में साथ घूमने लगे। डीएम ने दिखाया कि लोगों की समस्याएं किस तरह से दूर की जाती है और उदाहरण प्रस्तुत करते हुए खुद ही नल जल योजना के तहत लगाए गए टंकी से पानी मिलती है या नही ग्रामीणों से पूछने लगे। यह रोल मॉडल उदाहरण पेश करते हुए डीएम ने दिखाया कि जब ठान लिया है तो काम करना ही है कड़ाके की धूप हो या कोई भी समस्या नही आई है। काम करने वालों के साथ समस्या नहीं आती।

कहा जाता है कि प्रशासनिक अधिकारी आराम फरमाते हैं और ऑफिस में ज्यादा काम करते हैं ।जिलाधिकारी द्वारा लोगों की समस्याएं सुनने के लिए गांव पहुंच रहे हैं बुधवार को जिला के सभी अधिकारियों की टीम बनाकर के जांच की गई जिलाधिकारी ने बुधवार को दिनारा पहुंच करके प्रखंड का निरीक्षण किया कार्यालय में उपस्थिति को देखा उसके बाद प्रखंड के सभी पंचायतों में जांच टीम जा करके जांच करनी शुरू की। बुधवार की शाम को जांच टीम द्वारा प्रखंड मुख्यालय पर समीक्षा बैठक की जा रही है।

उसके बाद आगे कार्रवाई करने की बात बताई जिलाधिकारी के कार्यों से अधिकारियों के पसीने छूटने लगे। जांच अभियान शुरू किया गया जो बुधवार की देर शाम तक चल रहा है अब लोग कह रहे हैं कि जब जिलाधिकारी हम लोगों की समस्याएं सुनने आ रहे हैं तो हम लोगों की उधार हो जाएगा लोगों की शिकायत है कि स्थानीय अधिकारी अधिकारी बात नहीं सुनते हैं। जिस पर एक्शन में आए डीएम ने दिखाया कि लोगों की समस्याएं भी दूर होगी और निर्माण कार्यों में गुणवत्ता भी बनी रहेगी।

यह भी पढ़ें…