स्टेट डेस्क/पटना। बीएसपीएचसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक संजीव हंस ने सभी अभियंताओं को मार्च तक बिजली बिल की वसेली का लक्ष्य हासिल करने का निर्देश दिया है। हंस सोमवार को एनबीपीडीसीएल और एसबीपीडीसीएल की उच्चस्तरीय राजस्व समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में पदाधिकारी और कर्मचारी अनिवार्य रूप से शिविर लगा कर उपभोक्ताओं के बिल में सुधार और नये कनेक्शन देने का काम में तेजी लाने की भी बात कही। हंस ने कहा कि लगातार उच्चस्तरीय अनुश्रवण के कारण विगत वित्तीय वर्ष के जनवरी माह की तुलना में चालू वित्तीय वर्ष के जनवरी माह मे 30% वृद्धि दर्ज की गयी।
विगत वित्तीय वर्ष जनवरी माह में 6265 करोड़ की राजस्व वसूली की गई थी वहीं चालू वित्तीय वर्ष जनवरी माह तक 8149 करोड़ की राजस्व वसूली की गई है। हंस ने सभी पदाधिकारियों को मार्च तक शत प्रतिशत राजस्व लक्ष्य पूर्ति करने का कड़ा निर्देश दिया। उन्होंने जमुई के अधीक्षण अभियंता से कार्य क्षमता ठीक नहीं होने पर स्पष्टीकरण मांगा।
साथ ही भोजपुर, मोतिहारी और गया के अधीक्षण अभियंताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि राजस्व लक्ष्य प्राप्ति की स्थिति में आवश्यक एव गुणात्मक सुधार करें। सभी पदाधिकारी बिलिंग क्षमता और बिल संग्रहण को सुधार को रेखांकित कर दो माह के अंदर बेहतर काम को अंजाम दें।
उन्होंने कहा कि राजस्व वसूली के कार्य में किसी भी सूरत में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके अलावा सभी शहरी उपभोक्ताओं से वर्तमान और पूर्व बकाया राशि के बिल की शत प्रतिशत राजस्व वसूली करने पर ध्यान दें। ग्रामीण क्षेत्रों में पदाधिकारी और कर्मचारी अनिवार्य रूप से शिविर लगा कर उपभोक्ताओं के बिल में सुधार और नए कनेक्शन देने का काम में तेजी लाएं। साथ ही ग्रामीण उपभोक्ताओं से वर्तमान बिल की वसूली पर पूरी तरह निगरानी रखें।
उन्होंने कहा बिलिंग एजेंसी की क्षमता में गिरावट होने पर करवाई की जाएगी। हर हाल में बकाया वसूली सही रूप से की जाए सभी पदाधिकारी सरकारी बकाया को शून्य करने के काम पर ध्यान दें। जरूरी हो तो संबन्धित सरकारी कार्यालयों जिनके यहां विद्युत बिल बकाया है उनके विरूद्ध कार्रवाई करें।
हंस ने कहा कि बिजली चोरी करने वाले उपभोक्ताओं पर सख्त कार्रवाई की जाए। बिजली चोरी करने वाले लोगों को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। सभी पदाधिकारियों को अपनी कार्य क्षमता में सुधार लाना होगा। उनकी कार्य क्षमता पर विभाग नजर रखेगा। साथ ही विभाग उनकी व्यक्तिगत संचिका में कार्य क्षमता को दर्ज कर कार्रवाई करेगा।
सभी कागजी आंकड़े बनाने से बचें और बेहतर परिणाम दें। पदाधिकारियों और कर्मचारियों को मार्च तक बेहतर क्षमता का प्रदर्शन कर हर हाल में लक्ष्य को प्राप्त करना होगा।श्री हंस ने टोल फ्री 1912 की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं की शिकायतों पर और ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है।
समीक्षा बैठक में नॉर्थ बिहार पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक मुकुल कुमार गुप्ता और साउथ बिहार पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के प्रबंध निदेशक संजीवन सिन्हा, बिहार के सभी अधीक्षण अभियंता और कार्यपालक अभियंता वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उपस्थित थे।