कटिहार, बीपी प्रतिनिधि। बंगाल सीमा से सटे बिहार के कटिहार जिला “बिहार टू बंगाल” के लिए गौ-तस्करों का शेफ कॉरिडोर बना हुआ है। हालांकि बीती रात पुलिस ने एक ट्रक को रोका तो उसमें गौ-वंश भरे हुए थे। मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
कटिहार से कत्लखाने तक गायों को पहुंचाने के लिए रात के अंधेरे में ट्रकों में लादकर मवेशियों को बिहार के सीमा पार मालदा जिला के कुमेदपुर तक पहुंचा दिया जाता है। पशु तस्करों के माने तो बंगाल के कत्लखाने में इन पशुओं को कत्ल कर देश के अलग-अलग हिस्सों के साथ पड़ोसी देश बांग्लादेश तक भेजा जाता है।
इस बड़े रैकेट का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि हर एक रात को हर एक गाड़ी पर लगभग पांच हज़ार के नजराना पशुओं से लदे गाड़ियों को बिहार सीमा पार कर बंगाल सीमा तक पहुंचाने के लिए पुलिस को दिया जाता है, कैमरे पर ही इन बातों को कबूलते हुए पशु तस्करों ने कहा कि उनके आका बंगाल में बैठकर ही यह सब मैनेज करते हैं और लगभग इसी इलाके से हर रात पशु से लदे बीस गाड़ी पार होता है।
कटिहार जिला बिहार के उप-मुख्यमंत्री सह पशुपालन मंत्री तार किशोर प्रसाद का गृह जिला है लेकिन फिर भी पुलिस अपनी मोटी रकम कमाई के लिए तस्करी के इस खेल को धड़ल्ले से जारी रहने देती है, स्थानीय लोग भी पुलिस और तस्करों के गठजोड़ से आपसी खेल जारी रहने की चर्चा कर रहे हैं। बीती रात को कटिहार पुलिस ने इस मामले में 2 लोगों के गिरफ्तारी के साथ-साथ मवेशी लदे ट्रक को जब्त करने की जानकारी दी।