नालंदा, संदीप सिंह। बिहार राज्य के राजगीर, गया और बोधगया में रहने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी है। यहां रहने वालों को गर्मी के दिनों में पेयजल के भारी संकट से जूझना पड़ता है। लेकिन, अब बहुत जल्द उन्हें इस समस्या से निजात मिल जाएगी। अब उन्हें घर में पाइप के माध्यम से गंगा जल मिलेगा और यह इसलिए संभव होगा, क्योंकि जल-जीवन-हरियाली अभियान के अंतर्गत गंगाजल आपूर्ति योजना इस माह से ही अपने अस्तित्व में आना आरंभ हो जाएगी। यह जानकारी नालंदा स्थित हाथीदा में जल संसाधन विभाग बिहार के चीफ इंजीनियर रंजन कुमार ने दी।
राजगीर डिटेंशन टैंक सह पम्प हाउस : चीफ इंजीनियर ने विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि गंगा जल आपूर्ति योजना के तहत राजगीर में पानी को जमा कर रखा जाएगा। यहां गंगाजल आपूर्ति हेतु बने डिटेन्शन टैंक की क्षमता 78500 क्यूबिक मीटर है। यह आरसीसी से निर्मित टैंक है। मरांची (मोकामा) स्थित इंटेक वेल-सह-पम्प हाउस से इस टैंक में पाईप लाईन के माध्यम से सर्वप्रथम जल का भंडारण किया जायेगा।
इसमें अवस्थित पम्प हाउस से तेतर (गया जिला) स्थित जलाशय के लिए तीन अदद, राजगीर शहर हेतु जल शोधन संयंत्र के लिए तीन अदद, राजगीर जलाशय के लिए तीन अदद पम्प तथा नवादा जल शोधन संयंत्र के लिए दो अदद् पम्प अधिष्ठापित किये जाने का प्रावधान है, जिसमें एक-एक अदद स्टैण्ड बाई भी सम्मिलित है। तेतर जलाशय हेतु अधिष्ठापित पम्प का डिस्चार्ज प्रति पम्प 2.04 क्यूमेक, पम्प की कैपेसिटी 2001 किलोवाट, मोटर की कैपेसिटी 2500 किलोवाट तथा हेड 88 मीटर है। राजगीर जल शोधन संयंत्र हेतु अधिष्ठापित पम्प का डिस्चार्ज प्रति पम्प 0.152 क्यूमेक, पम्प की कैपेसिटी 23.151 किलोवाट, मोटर की कैपेसिटी 30 किलोवाट तथा हेड 13 मीटर है।
राजगीर जलाशय हेतु अधिष्ठापित पम्प का डिस्चार्ज प्रति पम्प 0.525 क्यूमेक, पम्प की कैपेसिटी 231 किलोवाट, मोटर की कैपेसिटी 285 किलोवाट तथा हेड 38 मीटर है। इन पम्पों के माध्यम से 8 महीनें जल की आवश्यकता के लिए जलाशयों में भंडारण अथवा 4 महीनें घरेलू जल की आवश्यकता के अनुरूप जल शोधन संयत्र में सीधा पम्पिंग किया जायेगा। कुल आवश्यक 22.82 एकड़ भूमि में 12.77 एकड़ अनावाद, बिहार सरकार, 01 एकड़ अनावाद सर्वसाधारण भूमि है। अवशेष 9.05 एकड़ रैयती भूमि है। कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
उन्होंने बताया कि इस स्थल पर 24 एमएलडी (मिलियन लीटर प्रतिदिन) क्षमता का जल शोधन संयंत्र का निर्माण लगभग पूर्ण है। यहाँ से राजगीर शहर एवं निर्मित/निर्माणाधीन संस्थानों में जलापूर्ति की जायेगी। इसके विभिन्न अवयवों की प्रगति निम्न है:-
Filter Unit-98.10%, Utility Building-98.30%, Cascad Aerator Tank100%, Chlorine House-100%, Chemical House-98.16%, Clariflocculators-100% , Sludge Well-100%, Wash Water Tank-98.51%, Clear Water Reservoir-100%, Stilling Chamber-100%, Flow Measuring, Channel-100% & Flash Mixer-100% कार्य की औसत प्रगति 99 प्रतिशत है। कार्य दिनांक 31 मई, 2022 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। इससे प्राप्त गंगाजल को शुद्ध कर पेयजल हेतु आपूर्ति की जायेगी।
राजगीर जलाशय : चीफ इंजीनियर ने बताया कि राजगीर शहर में जलापूर्ति हेतु घोड़ाकटोड़ा झील एवं पंचाने नदी के बीच राजगीर जलाशय का निर्माण कराया जा रहा है, जिसका क्षेत्रफल 357.64 एकड़़ है। जल भंडारण की क्षमता 9.915 एम.सी.एम. (MCM) है। इस जलाशय में राजगीर शहर में जलापूत्र्ति हेतु 08 महीने के लिए जल का भंडारण किया जायेगा। जलाशय का Bund length 2.013 K.M. Bund Height 17.07 M. Top, Bank Level +85 M Full Reservoir level +82 M. Minimum Draw, Down Level +71.5 M. कुल आवश्यक 357.64 एकड़ भूमि में 82.725 एकड़ वनभूमि, 9.08 एकड़ सरकारी भूमि एवं अवशेष 265.835 एकड़ रैयती भूमि है। कार्य की अद्यतन भौतिक प्रगति 98 प्रतिशत है। कार्य दिनांक 15 जून 2022 तक पूर्ण किये जाने का लक्ष्य है।
गया-बोधगया जलाशय : उन्होंने बताया कि अबगिल्ला (मानपुर, गया) अवस्थित पहाड़ी के पास में 1.0 एम.सी.एम. (डब्ड) जल को भंडारित रखने हेतु आरसीसी टैंक जलाशय का निर्माण कराया जा रहा है। आकस्मिकता की स्थिति मे इस Raw Water का शोधन कर गया एवं बोधगया शहरों में जल की मांग को 128 घंटे आपूर्ति की जा सकेगी। कुल 24.49 एकड़ वन भूमि अपयोजन हेतु स्टेज-। क्लीयरेन्स प्राप्त कर कार्यारम्भ किया गया है। स्टेज-2 क्लीयरेन्स प्राप्त करने की कार्रवाई की जा रही है। अबगिल्ला मानपुर स्थित आर.सी.सी. टैंक जलाशय के कार्य दिनांक 15.07.2022 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है।
गया-बोधगया जल शोधन संयंत्र : रंजन कुमार ने बताया कि इस स्थल पर 186.5 एमएलडी (मिलियन लीटर प्रतिदिन) क्षमता का जल शोधन संयंत्र का निर्माण लगभग पूर्ण है। इस जल शोधन संयंत्र से गया एवं बोधगया शहरों में जलापूर्ति की जायेगी। इसके विभिन्न अवयवों की प्रगति निम्न है:-
Filter Unit-95.50%, Utility Building-97%, Cascad Aerator Tank-96%, Chlorine House-96%, Chemical House-96%, Clariflocculators-95% , Sludge Well-96.50%, Wash Water Tank-95%, Clear Water Reservoir73.70%, Stilling Chamber-95%, & Flash Mixer-95.50%
कार्य की औसत प्रगति 96 प्रतिशत है। कार्य दिनांक 30 जून, 2022 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है।
यह भी पढ़ें…