DESK : बिहार की सियासत में एक बार फिर बवाल होने की आशंका दिख रही है। इसके संकेत अभी से ही मिलने लगे हैं। आरएलजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने कहा कि बहुत जल्द नीतीश कुमार उपेन्द्र कुशवाहा के साथ धोखा पार्ट 3 को अंजाम देंगे। नीतीश कुमार उनके साथ दो बार धोखा दे चुके हैं। दूसरी ओर बीजेपी ने दावा किया है कि जेडीयू के कई नेता और मंत्री उनके संपर्क में हैं। बहुत जल्द महागठबंधन को झटका लगने वाला है।
राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने कहा कि नीतीश कुमार के कारण उपेन्द्र कुशवाहा को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने उपेन्द्र कुशवाहा को लालच में फंसा कर उनकी पार्टी को भी सामाप्त कर दिया। नीतीश कुमार ने लव-कुश का नारा देकर 17 वर्षों से सत्ता में हैं, लेकिन कुशवाहा समाज और अति पिछड़े वर्गों की अपेक्षा की है।
मुख्यमंत्री के ही बयान का जिक्र करते हुए श्रवण कुमार ने कहा कि अब नीतीश कुमार के द्वारा तेजस्वी यादव को आगे बढ़ाने और उन्हीं को विरासत सौंपने की बात की जा रही है। सही मायनों में नीतीश कुमार के बाद उनकी विरासत का सच्चा और सही हकदार उपेंद्र कुशवाहा थे। उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाने में भी काफी सहयोग किया था। जल्द ही बिहार के महागठबंधन में बड़ी टूट होगी। उपेंद्र कुशवाहा सहित महागठबंधन में शामिल और एक बड़े नेता अपनी पार्टी के साथ एनडीए में विधिवत शामिल होने की घोषणा कर सकते हैं।
इधर, बीजेपी नीतीश कुमार के साथ-साथ महागठबंधन को झटका देने की तैयारी कर रही है। बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने ट्वीट कर दावा किया कि जेडीयू के कई लोग बीजेपी के संपर्क में हैं। निखिल आनंद के अनुसार, इनमें मंत्रियों के नाम भी शामिल हैं।
निखिल आनंद ने ट्वीट किया कि जेडीयू के कई लोग बीजेपी के भी संपर्क में, कई फिलहाल मंत्री हैं। एनडीए सरकार में जेडीयू कोटे के कई मंत्री महागठबंधन की नई सरकार में फिर से मंत्री नहीं बनाए जाने को लेकर सशंकित थे। ऐसे ही दो लोग बीजेपी से संपर्क साधकर, आगे की अपनी राजनीति बीजेपी के साथ करने का संकल्प ले रहे थे।
एक अन्य ट्वीट में निखिल आनंद ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा सहित दो मंत्री पद के नए दावेदारों या उम्मीदवारों की छुट्टी हो गई। या फिर यूं कहें कि जुगत भिड़ाकर छुट्टी करवा दी गई। फिलहाल बीजेपी में आने के इच्छुक दोनों महानुभाव बतौर मंत्री महागठबंधन सरकार में शामिल हैं, लेकिन बाद के लिए उन्होंने चैनल ओपन कर रखा है।