पटना/स्टेट डेस्क। बिहार में आरजेडी को ए-टू-जेड वाली पार्टी बताये जाने के बाद सियासत गर्म है। आरजेडी के दावे पर बीजेपी नेता सुशील मोदी निशाना साधने में लगे हैं। सुशील मोदी द्वारा किए जा रहे हमले को लेकर आरजेडी ने पलटवार किया है। आरजेडी प्रदेश कार्यालय में पार्टी के प्रवक्ताओं ने प्रेस कांफ्रेंस कर बीजेपी सहित एनडीए सरकार पर हमला किया है।
आरजेडी प्रवक्ताओं ने कहा नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की सर्वस्वीकार्यता और भाजपा के सिमटते जनाधार से भाजपा नेताओं की बेचैनी काफी बढ़ गई है। राजद नेताओं ने कहा कि एक साजिश के तहत झूठ और दुष्प्रचार के माध्यम से राजद के खिलाफ माहौल बनाकर भाजपा और जदयू द्वारा सत्ता हासिल किया गया। बेरोजगारी, महँगाई, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और कानून व्यवस्था जैसे आम लोगों की मौलिक समस्यायों को नजरअंदाज करते हुए केवल नकारात्मक राजनीति के बल पर पिछ्ले सत्रह वर्षों से भाजपा की एनडीए गठबंधन बिहार के सत्ता पर काबिज है।
परिस्थितियाँ बदल गई हैं। आज का नौजवान इनके नकारात्मक राजनीति को समझ रहा है। इनके द्वारा परोसे जा रहे काल्पनिक खौफ और स्वप्नवादी जुमले की असलियत के झांसे में वह आने वाला नही है। राजद नेताओं ने कहा कि राजद ए टू जेड की पार्टी है। हम सभी को जोड़कर चलने में विश्वास रखते हैं, किसी को छोड़कर चलने में नहीं। जबकि भाजपा की राजनीति हीं धर्म और जाती के नाम पर घृणा और नफरत की बुनियाद पर टिकी हुई है।
आरजेडी नेताओ ने भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी द्वारा ब्राह्मण और भूमिहार जाति के संदर्भ में कुछ आंकड़े पेश कर भाजपा को उस ब्राह्मण और भूमिहार का हितैषी बताया गया जिसके वोट पर उनका अस्तित्व टिका हुआ है। राजद पर उन्होेंने ब्राह्मण को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है। जबकि आरजेडी सत्ता में थी तो सही जाति के लोगों को सत्ता में भागीदारी थी।
यह भी पढ़ें…