बेतिया/अवधेश कुमार शर्मा। पश्चिम चम्पारण जिला में रिश्वतखोरी परवान पर है। पश्चिम चम्पारण जिला के बगहा अनुमण्डल में निगरानी विभाग की टीम ने इसबार रिश्वतखोर जनप्रतिनिधि (मुखिया) को गिरफ्तार किया है। इस मामला में सरकारी योजना की मंजूरी के लिए मुखिया ने रिश्वत लिया। निगरानी की टीम ने भैरोगंज थाना क्षेत्र में उपर्युक्त कार्रवाई को अंजाम दिया है।
पटना से आई विजिलेंस की टीम ने बगहा एक प्रखण्ड अंतर्गत बांसगांव मंझरिया के मुखिया को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया है। निगरानी की टीम ने जिस मुखिया बृजेश राम को रिश्वत लेते दबोचा है। बृजेश राम ग्राम पंचायत राज मझरिया के मुखिया हैं। उन्होंने सरकारी योजना की मंजूरी दिलाने के लिए शिकायतकर्ता से रिश्वत की मांग किया। निगरानी की मॉनिटरिंग में, बतौर रिश्वत मुखिया ने 15000 रुपए जैसे ही लिया। उन्हें निगरानी की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
निगरानी टीम के अनुसार वार्ड के विकास कार्य को मूर्तरुप देने के लिए मुखिया ने तीन वार्ड सदस्यों से रिश्वत माँगा, जिससे नाराज़ वार्ड सदस्यों ने इसकी शिकायत विजिलेंस से किया। उसके बाद उपर्युक्त कार्रवाई की गई। विजिलेंस टीम के निरीक्षक मणिकांत ने बताया कि मुखिया ब्रजेश राम ने तीन वार्ड सदस्यों से 5-5 हजार रुपये मुख्यमंत्री के महत्वाकांक्षी योजनाओं को ऑनलाइन अपलोड करने के लिए में रिश्वत माँगा, जिसकी शिकायत के दृष्टिगत मुखिया ब्रजेश राम को विजिलेंस की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
निगरानी की टीम गिरफ्तार मुखिया बृजेश राम को लेकर पटना प्रस्थान कर गई। विजिलेंस की कार्रवाई से वार्ड सदस्यों, मुखिया व प्रतिनिधियों में सनसनी फैल गई है। सूत्र बताते हैं कि मुखिया बृजेश राम पंचायत भवन में वार्ड सदस्यों से रिश्वत लेते दबोचे गए। बताया जाता है कि एक जनप्रतिनिधि को अच्छा काम कराने के लिए चुना जाता है, जिससे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगे।
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