बिहार : केंद्र सरकार की ‘अग्‍न‍िपथ योजना’ को लेकर प्रदेश भर में मचा बवाल

News पटना बिहार

पटना/स्टेट डेस्क। केंद्र सरकार की ‘अग्‍न‍िपथ योजना’ को लेकर बिहार में बवाल मचा हुआ है। आज दूसरे दिन भी राज्य के विभिन्न शहरों में हजारों छात्रों ने अग्निपथ के तहत चार साल के लिए युवाओं को सेना में भर्ती करने की योजनाओं का विरोध किया। बिहार के लगभग हर जिले में सरकार की नीति के खिलाफ युवा प्रदर्शन कर रहे हैं।

बक्सर, आरा, सिवान, जहानाबाद, छपरा, मुंगेर, कैमूर, नवादा और सहरसा आदि तमाम जिलों में युवा रेलवे ट्रैक पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान ट्रेनों को निशाना बनाया गया है। आज सुबह से ही बिहार के ज्यादातर जिलों में प्रदर्शन देखा जा रहा है। मध्य बिहार के अधिकांश इलाकों में रेल मार्ग को पूरी तरह से युवाओं ने जाम कर रखा है। इतना ही नहीं सड़क पर भी इन युवाओं की तरफ से प्रदर्शन हो रहा है।

बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा अग्‍न‍िवीरों के लिए अग्‍न‍िपथ योजना की घोषणा करने के अगले ही दिन यानी बुधवार को बिहार में प्रदर्शन शुरू हो गया और आज़ दूसरे दिन भी छात्रों ने रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया है। बक्सर में इस योजना को लेकर छात्रों ने पहले सड़कों पर हंगामे किया। कई जगहों पर चक्का जाम भी किया गया। उसके बाद रेलवे स्टेशन पर पहुँचकर अप एवं डाउन लाइन को पूरी तरह से जाम कर दिया है।

सेना बहाली के नए नियम को लेकर उग्र हुए बहाली के दौड़ लगाने वाले छात्रों ने दिल्ली, कोलकाता लाइफलाइन रेलवे ट्रैक बक्सर स्टेशन के मालगोदाम को जाम कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर रेल सुरक्षा बल, रेल थाना, नगर थाना के अधिकारी छात्रों को समझाने में लगे हुए हैं। आरा में भी रेलवे स्टेशन पर ट्रैक जाम कर छात्रों ने उग्र प्रदर्शन किया है। इन युवाओं की पुलिस जवानों के साथ झड़प भी हुई है। नवादा में छात्रों ने जमकर बवाल काटा है। इस दौरान बीजेपी विधायक की गाड़ी पर हमला भी किया गया है।

जहानाबाद में भी सुबह से ही रेलवे ट्रैक पर छात्रों का प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। स्टेशन परिसर पर छात्रों का पूरी तरह से कब्जा है। भभुआ रोड स्टेशन पर भी ट्रेनों में तोड़फोड़ की गई है। इंटरसिटी एक्सप्रेस में छात्रों ने आग लगाई है, ऐसी खबर भी सामने आई है। मुंगेर में अग्निपथ योजना का विरोध करते हुए युवाओं ने जमकर बवाल काटा है। मुंगेर और बांका के इलाके में भारी प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। छात्रों ने एनएच 80 को भी जाम कर दिया है।

छपरा और कैमूर में प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने पैसेंजर ट्रेन में आग लगा दी है। छपरा जंक्शन पर करीब 12 ट्रेनों में तोड़फोड़ की गई है। छपरा में 3 ट्रेनों में आग लगाने की खबर है। पूरे स्टेशन अफरा तफरी का माहौल हो गया है। जबकि आरा में उपद्रवियों पर काबू पाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े हैं। गुस्साए छात्र केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। प्रदर्शन के कारण रेल यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है।

गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने 14 जून को सेना की तीनों शाखाओं- थलसेना, नौसेना और वायुसेना में युवाओं की बड़ी संख्या में भर्ती के लिए अग्निपथ भर्ती योजना शुरू की है, जिसके तहत नौजवानों को सिर्फ चार साल के लिए डिफेंस फोर्स में सेवा देनी होगी। सरकार ने यह कदम तनख्वाह और पेंशन का बजट कम करने के लिए उठाया है। इस योजना से नाराज छात्रों का कहना है कि ये योजना उनके भविष्य को बर्बाद कर देगी।

विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि नेता हो या विधायक सभी को पांच साल का समय मिलता है, हमारा चार साल में क्या होगा। हमारे पास पेंशन की भी सुविधा नहीं है। चार साल बाद हम रोड पर आ जाएंगे। चार साल पूरे होने के बाद भले ही 25 फीसदी अग्निवीरों को स्थायी काडर में भर्ती कर लिया जाए।बाकी 75% का क्या होगा। ये कहां का न्याय है। वहीं, कुछ छात्रों का कहना है कि इस योजना से छात्र परेशान हैं और हमें जॉब की गारंटी नहीं मिल रही है। उनका ये भी कहना है कि सेना बहाली में टीओटी हटाया जाए।

बताया गया है कि अग्निपथ योजना के तहत, पुरुष और महिला (सेवा की जरूरत होने पर शामिल की जाएंगी) दोनों को अग्निवीर बनने का मौका दिया जाएगा। 17.5 साल से लेकर 21 साल तक के युवा इस सेवा में शामिल होने के लिए योग्य माने जाएं।वर्तमान में सेना के जो मेडिकल और फिजिकल स्टैंडर्ड हैं वही मान्य होंगे। 10वीं और 12वीं पास कर चुके युवा (सैन्य बलों की नियम और शर्तों के अनुसार) अग्निवीर बन सकते हैं। अग्निपथ योजना के तहत हर साल करीब 45 हजार युवाओं को सेना में भर्ती किया जाएगा।

भारत सरकार द्वारा जिस अग्निपथ योजना की शुरुवात की गई है, उसमें बहाली के प्रथम वर्ष में 21 हजार रुपये वेतन के रूप में भारत सरकार के द्वारा प्रत्येक महीने भुगतान किया जाएगा। दूसरे वर्ष वेतन में वृद्धि कर 23 हजार 100 रुपये प्रत्येक महीने दिया जाएगा और तीसरे महीने 25 हजार 580 एवं चौथे वर्ष में 28 हजार रुपये वेतन के रूप में भुगतान करने के साथ ही उन युवाओं को रिटायर्ड कर दिया जाएगा। लेकिन, इस योजना को लेकर बिहार में चारों तरफ हंगामा बरपा है।