फुलवारी शरीफ/अजीत। पटना एम्स में स्वक्षता पखवारे के तहत कई जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। बता दें कि भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देश पर एम्स में एक अप्रैल से 15 अप्रैल तक स्वच्छता पखवारा कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है।
इस कार्यक्रम में बुधवार को ऑर्थोपेडिक डिपार्टमेंट को प्रथम पुरस्कार एवं पलमोनरी मेडिसिन डिपार्टमेंट को द्वितीय पुरस्कार एवं प्लास्टिक सर्जरी को तीसरा पुरस्कार दिया गया। इस अवसर पर पटना एम्स के निदेशक डॉ. सौरव वार्ष्णेय ने कहा कि स्वच्छता अपनाने और स्वच्छता बनाए रखने से हम कोरोना संक्रमण से भी बचाव कर सकते हैं। कोविड से बचाव के लिए भी अपने हाथों, मुंह और आसपास के वातावरण को स्वच्छ बनाए रखना बेहद जरूरी है।
उन्होंने कहा कि स्वच्छता की शुरुआत हमें स्वयं से ही करनी होगी। यदि प्रत्येक व्यक्ति स्वच्छता को अपनाएगा तो बीमारियों का दुष्प्रभाव स्वतः ही कम हो जाएगा। इस पखवारे के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से मरीजों, उनके तीमारदारों व अन्य नागरिकों को स्वच्छता अपनाने को लेकर जागरुक किया गया। इस दौरान पर्यावरण की स्वच्छता बनाए रखने हेतु अस्पताल परिसर में पौधारोपण भी किया गया।
संस्थान में आयोजित कार्यक्रम के तहत संस्थान के वरिष्ठ अधिकारियों, फैकल्टी सदस्यों और अन्य कर्मचारियों ने शत-प्रतिशत स्वच्छता बनाए रखने हेतु स्वच्छता की शपथ ली। इस कार्यक्रम में डॉक्टर्स व नर्सिंग स्टाफ के अलावा, हेल्थ केयर वर्कर्स, प्रशासनिक स्टाफ, सपोर्टिंग स्टाफ, तकनीशियन, स्वच्छता टीम, संक्रमण नियन्त्रण टीम, डायटीशियन आदि सभी विभागों द्वारा स्वच्छता के प्रति जन जागरुकता अभियान में प्रतिभाग किया जा रहा है।
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