DESK : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया सह-प्रमुख, राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं बिहार विधान परिषद् सदस्य डॉ संजय मयूख ने आज शुक्रवार को नई दिल्ली में राष्ट्रीय बाल सरंक्षण अधिकार आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो से मुलाक़ात की और बिहार में जहरीली शराब में हुई मौतों में असहाय हुए अबोध बच्चों के भरण-पोषण हेतु बिहार सरकार को ऐसे परिवारों को आर्थिक मदद देने का निर्देश देने की मांग की। उन्होंने इस संबंध में आयोग को एक प्रतिवेदन भी सौंपा।
प्रतिवेदन सौंपने के पश्चात् मीडिया से बात करते हुए डॉ मयूख ने कहा कि बिहार के छपरा, सीवान, गोपालगंज और बेगूसराय में हाल ही में हुए जहरीली शराब कांड में लगभग 75 से अधिक लोगों की मृत्यु हुई है जबकि मेरी जानकारी में मरने वाले लोगों की संख्या 100 से अधिक है। इसमें सबसे अधिक मृत्यु छपरा जिले के मशरक इलाके में हुई है। मैंने घटनास्थल का भी दौरा किया। घटनास्थल की हृदय विदारक दृश्यों से मेरा मन काफी व्याकुल है।
राज्य सरकार की हठधर्मिता के कारण दर्जनों बच्चे असहाय हो रहे हैं और भूख के कारण दम तोड़ने की स्थिति में हैं। घटनास्थल का दौरा करने के बाद मैंने राष्ट्रीय बाल सरंक्षण अधिकार आयोग के अध्यक्ष को इसके संबंध में अवगत भी कराया था लेकिन आज मैंने उनसे मुलाक़ात कर उन्हें मामले की विस्तृत जानकारी दी है।
डॉ मयूख ने राष्ट्रीय बाल सरंक्षण अधिकार आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो से अनुरोध किया है कि वे बिहार सरकार को इस बाबत निर्देश दें कि शराब से हुई मौतों के कारण यदि किसी परिवार में कोई बच्चा असहाय हुआ है तो ऐसे परिवारों को तत्काल आर्थिक दी जाय। उन्होंने कहा कि ख़बरों में ऐसा भी सामने आ रहा है कि नकली शराब बनाने वाले, शराब बनाने में बच्चों का भी उपयोग कर रहे हैं।
उन्होंने प्रियांक कानूनगो से आग्रह किया कि इस बात की भी पूरी जानकारी प्राप्त की जाय। राष्ट्रीय बाल सरंक्षण अधिकार आयोग के अध्यक्ष ने डॉ मयूख को बताया कि उन्होंने बिहार के मुख्य सचिव को पत्र लिखा है और 15 दिनों में उन्हें इस संदर्भ में जवाब देने को कहा है कि शराब कांड में असहाय हुए बच्चों के परिवारों को कहाँ तक सहायता पहुंचाई गई है या पहुंचाई जा रही है।
डॉ मयूख ने राष्ट्रीय बाल सरंक्षण अधिकार आयोग के अध्यक्ष से घटनास्थल का दौरा करने की भी अपील की। इस संदर्भ में प्रियांक कानूनगो ने कहा कि बिहार के मुख्य सचिव का जवाब आने के पश्चात् वे निश्चित रूप से बिहार जायेंगे और इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से प्रभावित गाँवों का दौरा करेंगे।