DESK : बिहार में सरकार द्वारा प्रायोजित 37 हत्याएं हुई हैं, बिहार में शराबबंदी है और 2016 से हम लगातार यह उठाते रह रहे हैं कि यह पूरा पुलिस के मदद से पुलिस के द्वारा प्रायोजित जहरीली शराब और शराब का पूरे बिहार में घर-घर वितरण हो रहा है। माननीय मुख्यमंत्री जी संज्ञान नहीं लेते हैं और यह कहते हैं कि जो शराब पियेगा मरेगा, जो शराब पिलाएगा वो मरेगा, जो शराब पिएगा जेल जाएगा और जो शराब बेचेगा वह हमारा टिकट पाएगा, हमारा उम्मीदवार होगा पुलिस पर कोई कार्रवाई नहीं होगी।
किसी सीनियर अफसर पर आजतक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इन 37 हत्याओं का जिम्मेवार बिहार सरकार है, और इस तरह की 15 से ज्यादा घटनाएं बिहार में हो चुकी हैं जो मीडिया के सामने हैं, इसके अलावा प्रतिदिन 3-4 व्यक्तियों की हत्याएं होती हैं, पुलिस कहती है कि तुम्हारा पूरा खानदान को हम जेल भेज देंगे, अगर तुम इस बात को बाहर जारी करोगे, मेरा आपके माध्यम से अनुरोध होगा कि कृपया कर एक तो नीतीश कुमार जी जिस तरह विधान सभा में बात करते हैं वह मानसिक संतुलन खो चुके हैं, केंद्र सरकार को बिहार की कानून व्यवस्था पर संज्ञान लेना चाहिए और इन 37 हत्याओं की जिम्मेवार महागठबंधन की बिहार सरकार के ऊपर शीघ्र कार्रवाई भी करनी चाहिए।
और उन पुलिस अफसरों पर कार्रवाई करनी चाहिए जो शराब बेचने वाले हैं वो सैकड़ों करोड़ कमा चुके हैं। जो शराब के साथ जो पुलिस प्रायोजित है पुलिस दस हजार करोड़ कमा चुकी है, इन सभी पर और मुख्यमंत्री पर कार्रवाई होनी चाहिए। मेरा आपके माध्यम से सरकार से मांग है।”