स्तनपान : नवजात के बेहतर सेहत की बुनियाद

बिहार बिहारशरीफ

-बढ़ाए इमम्युनिटी , रखे बीमारियों से दूर
-माताओं के स्वास्थ्य पर भी सकारात्म्क प्रभाव

बिहारशरीफ/अविनाश पांडेय। 10 मार्च- बच्चों का सम्पूर्ण विकार माँ के गर्भ से ही शुरू हो जाता है। जिसमें जन्म के तुरंत बाद से लेकर कम से कम 6 माह तक केवल स्तनपान की भूमिका बहुत अहम है। इसलिए माँ का दूध सर्वोत्तम आहार के साथ नवजातों का मौलिक अधिकार भी है। मां के दूध से बच्चों को विकसित होता रोग-प्रतिरोधक क्षमता जिला सदर अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. पंकज के अनुसार माँ के दूध में मौजूद पोषक तत्व जैसे पानी, प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाइड्रेट मिनरल्स, वसा, कैलोरी शिशु को न सिर्फ बीमारियों से बचाते हैं, बल्कि उनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाते हैं।

साथ ही बच्चे की पाचन क्रिया भी मजबूत होती है। मजबूत रोग-प्रतिरोधक क्षमता संक्रामक बीमारी से भी दूर रखता है। इसलिए, बच्चों के रोग-प्रतिरोधक क्षमता को लेकर यदि माताएँ शुरूआती दौर से ही सजग रहेंऔर अधिकाधिक स्तनपान करने पर बल दें तो नवजात का स्वस्थ शरीर का निर्माण होगा और वह आगे भी शारीरिक रूप से मजबूत होगा। हालांकि, छह माह के बाद बच्चे के सतत विकास के लिए ऊपरी आहार की जरूरत पड़ती है। लेकिन इस दौरान यह ध्यान रखना सबसे ज्यादा जरूरी हो जाता है कि उसे कैसा आहार दें।

स्तनपान देता है माता को स्वास्थ्य लाभ स्तनपान कराने वाली महिलएं स्तनपान नहीं कराने वाली महिलाओं की अपेक्षा अधिक स्वस्थ रहती हैं। डॉ. पंकज के अनुसार नियमित स्तनपान प्राकृतिक रूप से परिवार नियोजन में मदद करता है एवं बच्चों के जन्म में अंतर रखने में मदद करता है। इसके अलावा अंडाशय कैंसर(ओवेरियन कैंसर) एवं स्तन कैंसर जैसे जानलेवा बीमारी से भी बचाव करता है। साफ सफाई का रखें ध्यान अभी के समय में नवजात शिशुओं को कोरोना संक्रमण से बचाव पर भी ध्यान देना जरूरी है।

इसके लिए शिशु के साफ-सफाई का विशेष रूप से खयाल रखें क्योंकि साफ सफाई किसी भी प्रकार के संक्रमण को रोकता है। नवजात के मल मूत्र पर भी ध्यान रखें। ज्यादा बार मल करे तो उसे जिंक, ओ आर एस के घोल व जिंक की गोली जरूर दे । अगर कोई व्यक्ति सर्दी जुकाम से पीड़ित है या बाहर से आ रहा हो तो शिशुओं को उनसे दूर रखें। माताएँ शिशुओं को स्तनपान कराने के लिए छूने से पहले हैंड वाश जरूर करें। तथा हैंड वॉश करके हाथों को सूखा कर और गर्म करके शिशु को छूएँ।


स्तनपान के फ़ायदे:
• रोग-प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि
• शिशु मृत्यु दर में कमी
• डायरिया एवं निमोनिया सहित कई संक्रामक रोगों से बचाव
• सम्पूर्ण शारीरिक एवं मानसिक विकास

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