मुजफ्फरपुर/ब्रह्मानन्द ठाकुर। विधानपरिषद चुनाव के लिए कल चार प्रत्याशियों ने अपना नामांकन दाखिल किया। नामांकन दाखिल करने वालों मे जदयू ,राजद और कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार के अलावे एक निर्दलीय वृजबिहारी भी शामिल हैं। कांग्रेस की और से अजय कुमार यादव ने नामांकन पत्र दाखिल किया है। इनके नामांकन मे राजद सुप्रिमो लालू प्रसाद के समधी अजय सिंह यादव भी आए हुए थे।
अजय सिंह यादव के बेटे चिरंजीव यादव से लालू प्रसाद की बेटी अनुष्का व्याही हुई है। कहते हैं कि सियासत आपसी रिश्तों मे भी दरार ला देती है। इस मामले में ऐसा ही होता दिख रहा है। कांग्रेस प्रत्याशी के साथ नामांकन में पहुंचे लालू प्रसाद यादव के समधी कैप्टन अजय सिंह यादव ने समाहरणालय मे पत्रकारों से बतियाते हुए अपने उम्मीदवार की जीत का आश्वासन दिया। कहा, बिहार के ट्रिपल इंजन की सरकार है।
भ्रष्टाचार महंगाई और बेरोजगारी की भीषण समस्या के साथ-साथ अर्थ व्यवस्था भी यहां चौपट है। हमारे उम्मीदवार अजय कुमार जी जमीन से जुड़े हुए कार्य करता है और हमारे ओबीसी इकाई के राज्य के प्रधान हैं। हमें पूर्ण भरोसा है कि वह अच्छा काम करेंगे। मोदी जी खुद को ओबीसी का हितैषी बताते हैं। उन्होंने क्रीमीलेयर लागू कर दिया मगर जातीय जनगणना नही करवा रहे हैं। छत्तीसगढ़ में पंचायत के चुनाव में जो प्रतिनिधियों को आरक्षण मिलता था उसे कोर्ट के आदेश से समाप्त कर दिया गया है।
हमारी लड़ाई है कि जातीय जनगणना होनी चाहिए। कृमि लेयर में छह लाख की सीमा के वजह से चतुर्थ वर्गीय परिवार का लड़का उसमे नही आ पता है उसमे सुधार लाने की जरूरत है। उन्होने आगे कहा कि हम महिलाओं की इज्जत, बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार इत्यादि की लड़ाई लड़ेंगे राजद और कांग्रेस के अलग अलग विधानपरिषद चुनाव लडने के एक सवाल पर अजय सिंह यादव ने स्पष्ट तौर पर जवाब दिया कि भले ही मैं लालू प्रसाद यादव का समधी हूं।
मेरा लड़का, उनका दामाद है। पर हमारी पार्टी और उनकी पार्टी के रास्ते अलग-अलग है। पहले हम एक साथ थे, अभी मुझे ओबीसी का राष्ट्रिय अध्यक्ष बने हुए एक महीना भी नहीं हुआ है। विधानसभा चुनाव में मेरा प्रयास रहेगा की देश की जितनी भी धर्म निरपेक्ष पार्टियां हैं वह मिलकर एक साथ विधानसभा का चुनाव लड़े।
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