- बताया मरीजों के लिए एंबुलेंस नहीं और शराब के खोज में लगा दिया हेलीकॉप्टर
मोतिहारी / राजन द्विवेदी । बिहार विधानसभा में उपमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री ने आज राज्य का वार्षिक बजट पेश किया लेकिन विपक्ष इसे लेकर एक बार फिर से हमलावर है। बिहार बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए जाप के प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व ढाका विधानसभा प्रत्याशी अभिजीत सिंह ने कहा कि यह बजट केवल और केवल झूठ का पिटारा है पिछले बजट से करीब 8 फ़ीसद यह बजट बढ़ा है, परंतु 16 साल में 18 फ़ीसद से ज्यादा बजट बढ़ चुका है और मूल रूप से बिहार वासियों को पिछले 16 साल में पलायन के सिवा कुछ भी नहीं मिला।
किसान खाद्य-बीज के लिए परेशान हैं। नौजवान रोजगार के लिए परेशान हैं। मजदूर मजदूरी के लिए परेशान हैं। केवल और केवल आंकड़ों का खेल चल रहा है बिहार में और आज जब बजट सत्र सत्र में आज बजट रखने की बारी थी तो आज नेता प्रतिपक्ष भी बजट सेशन में ना रह कर यह दर्शा दिया कि उनका भी समर्थन कहीं ना कहीं इन जुमला बाद एनडीए गठबंधन के साथ हीं है। इस बजट में गरीबों के लिए कुछ भी नहीं है।
बजट के नाम पर बिहार के लोगों को झुनझुना थमा दिया गया। युवाओं को ना तो रोजगार मिला और ना ही विशेष पैकेज की घोषणा की गयी है और ना ही विशेष राज्य के दर्जे पर ही कुछ बताया गया है। राज्य के इस बजट से बिहार के युवा नौजवान को एक बार फिर से निराशा हाथ लगी है। कहा कि बजट बेहद ही निराश करने वाला है। खास कर राज्य के युवा पीढ़ी को रोजगार देने के लिए कोई ऐसा मॉडल नहीं बताया गया है, जिसके तहत युवाओं को रोजगार मिल सके।
यहां के युवाओं के लिए कुछ नहीं है। गांव, गरीब, किसान और युवाओं को बर्बाद करने वाला बजट है। बजट में गांव, गरीब, किसान, छात्र, युवा और आम जनता के लिए कुछ भी नहीं है। बजट में किसानों के लिए केवल हवाबाजी है। हमें उम्मीद नहीं है कि इस बजट से किसानों के जीवन में कोई बदलाव या गरीब के परिवार में कोई खुशहाली आएगी। राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए बजट में किसी भी तरह का एलान नहीं किया गया है सरकार केवल और केवल शराबबंदी पर अपना ध्यान रखे हुए हैं।
एंबुलेंस के आभाव में मरीज तड़प कर मर जाते हैं, एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं करते लेकिन लाखों रुपये फूंककर शराब ढूंढ रहे हैं। पिछले 6 साल से शराबबंदी है, 16 साल से नीतीश कुमार शासन चला रहे हैं। उनको अपने पुलिस पर भरोसा नहीं इसलिए हेलिकॉप्टर से शराब खोज रहे हैं।
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