बक्सर जिला में यक्ष्मा उन्मूलन को गति देने पंहुचा स्वास्थ विभाग का केन्द्रीय टीम।
आगामी 2025 तक सरकारी एवं प्राईवेट सेक्टर अब संयुक्त रूप से यक्ष्मा रोग का करेगें खात्मा।
बक्सर, विक्रांत। देश व प्रांत से सरकारी एवं प्राईवेट सेक्टर अब मिल जुल कर यक्ष्मा रोग का खात्मा करगें। केन्द्र सरकार की राष्ट्रीय नीति योजना के आलोक में स्वास्थ विभाग की पांच सदस्यीय केन्द्रीय टीम नें यक्ष्मा उन्मूलन अभियान के तहत सरकारी एवं प्राईवेट अस्पताल का निरीक्षण किया।तीन दिवसीय दौरा पर बक्सर जिला में आए स्वास्थ विभाग की केन्द्रीय टीम नें गत दो दिनों में सिमरी एवं ब्रम्हपुर स्थित स्वास्थ केन्द्रो का निरीक्षण किया और रोगियों से बात-चीत की।
दौरा के अतिंम दिन मंगलवार को पांच सदस्यीय केन्द्रीय टीम के सदस्यों में बेंग्लोर यूटीआई के डा.उमाशंकर प्रसाद,सीएचएआई डा.मनोज सिंह,यूआईएसयू डा.अरूण राणा,पटना की एसआईएसयू डा.पोली बासु एवं डा. प्रीती सिंह के आलावे बिहार राज्य टीबी उन्मूलन के प्रभारी डा.बी.के मिश्रा, डब्लूएचओ के सदस्य डा.सौरभ कुमार एवं पटना के टीबी रोग बिशेषज्ञ डा.रविशंकर नें संयुक्त रूप से प्रताप सागर स्थित यक्ष्मा अस्पताल ‘मेथोडिस्ट अस्पताल‘ का निरीक्षण किया और अस्पताल में ईलाज कराने आए कई यक्ष्मा रोगियो से बात-चीत की।
बाद में राज्य यक्ष्मा उन्मूलन के प्रभारी डा.बी.के.मिश्रा संग स्वास्थ विभाग के पांच सदस्यीय केन्द्रीय टीम के सदस्यो नें अस्पताल अधीक्षक डा.आर.के.सिंह के कार्यालय कक्ष में यक्ष्मा रोग उन्मूलन के मुद्दे पर डा.सिंह के साथ घंटो विचार विर्मश किया। इस मौके पर बक्सर के एसीएमओ डा.अनिल कुमार भटट्,जिला औषधि निरीक्षक अमोद प्रसाद, अनुमंडल औषधि निरीक्षक मो.अंसारी, डा.एल.एस.,डीपीएस उत्तम कुमार एवं एसटीएस राहुल कुमार भी मौजूद थे।
‘यक्ष्मा उन्मूलन में मेथोडिस्ट अस्पताल करेगा सहयोग‘
बक्सर जिला के प्रताप सागर स्थित मेथोडिस्ट अस्पताल के अधीक्षक डा.आर.के.सिंह ने बताया कि मेथोडिस्ट अस्पताल सरकार द्वारा यक्ष्मा उन्मूलन के लिए चलाई जा रही योजनाओं को सफल बनाए जाने को हर संभव सहयोग देने को तैयार है। वहीं स्वास्थ विभाग केन्द्रीय टीम के सदस्य डा.मनोज सिंह नें बताया कि केन्द्र सरकार नें आगामी 2025 तक देश व प्रांत से यक्ष्मा रोग के उन्मूलन का लक्ष्य निर्धारित किया है।
लक्ष्य को पाने के लिए अब सरकार नें प्राईवेट सेक्टर के साथ मिल-जुल कर यक्ष्मा की खात्मा करने का निर्णय लिया है। चूंकि सरकार ने कहा है- जाओ वहां जहां यक्ष्मा रोगी है।उन्होनें बताया कि प्रताप सागर स्थित मेथोडिस्ट अस्पताल में यक्ष्मा रोगियो के ईलाज के लिए उचित है। यक्ष्मा रोग उन्मूलन के लिए मेथोडिस्ट अस्पताल को सरकारी स्तर पर साधन एवं सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।