डेस्क/ विक्रांत। बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के 33वीं विद्वत् परिषद् की बैठक आहूत की गई। जिसमें एकेडमिक से संबंधित 54 महत्वपूर्ण एजेंडों पर गहन विचार-विमर्श करने के उपरांत स्वीकृति प्रदान की गई। बैठक के निम्नलिखित महत्वपूर्ण एजेंडे शामिल किये गए स्नातक पाठ्यक्रम में Natural Farming एक कोर्स के रूप में शामिल किए जाने का निर्णय लिया गया। स्नातक पाठ्यक्रम में Value Added Courses को विभिन्न सेमेस्टर में लागू किया गया।
आगामी दीक्षांत समारोह के अवसर पर विभिन्न प्रकार के दिये जाने वाले अवार्डों यथा Best Teacher Award, Best Thesis Award and Student Gold Medal Award आदि पर स्वीकृति प्रदान की गई।कुलपति द्वारा विद्यार्थियों को अवार्ड देने हेतु Sponsored Award देने की बात कही गई।विश्वविद्यालय के अधीन महाविद्यालयों मे यथा DKAC, Kishanganj, MBAC, Saharsa, BPSAC, Purnea, तथा VKSCOA, Dumraon कुछ विषयों में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम प्रांरभ करने हेतु निर्णय लिया गया।
5% सीटों पर NRI कोटे से स्नातक स्तर सीटों पर नामांकन लेने हेतु निर्णय लिया गया।विश्वविद्यालय में Art Gallery की स्थापना का निर्णय लिया गया.Artificial Intelligence in Agriculture value added course प्रारंभ , Ethnobotany and Sustainable Agriculture – 02 credits course को पीजी प्रोग्रामप्रारंभ करने Master degree programme में Agricultural Chemicals and Nematology में भी पढाई प्रारंभ कराने का निर्णय लिया गया।
विश्वविद्यालय मुख्यालय एवं महाविद्यालयों में Technology Park स्थापित करने को कुलपति द्वारा बैठक के दौरान निदेशित किया गया।बैठक की अध्यक्षता माननीय कुलपति, डा० डी आर सिंह, द्वारा की गई तथा विद्वत् परिषद् के सचिव डा० मिजानुल हक, कुलसचिव, मंत्रालय कृषि एवं किसान कल्याण, भारत सरकार के अन्तर्गत CACP के सदस्य डा० एन पी सिंह (online) प्रभासी माध्यम से बैठक में शामिल हुए एवं महत्वपूर्ण सुझाव दिए।