करार से बिहार को चाय की बागवानी उन्नत शोध व शिक्षा को मिलेगा बढ़ावा
डेस्क/ विक्रांत:बिहार कृषि विश्वविद्यालय और असम कृषि विश्वविद्यालय ने 6 नवम्बर को गुवाहाटी में आयोजित 10वीं भारतीय बागवानी कांग्रेस-2023 में एक गैर-वित्तीय समझौता किया है। आपसी करार पर बीएयू सबौर के कुलपति डा. डी आर सिंह और असम कृषि विवि के डा . वी. सी. डेका ने हस्ताक्षर किए है।
यह आपसी करार असम के माननीय कृषि, बागवानी और खाद्य प्रसंस्करण एवं पशुपालन मंत्री अतुल बोरा की उपस्थिति में हुआ। इस अवसर पर डॉ. संजय कुमार सिंह, उपाध्यक्ष, आईएएचएस, नई दिल्ली; डॉ. के.एल. चड्ढा, अध्यक्ष, आईएएचएस, नई दिल्ली; डॉ. एच.एस. गुप्ता अध्यक्ष, असम कृषि, आयोग, असम; डॉ. वी.बी. पटेल, एडीजी (फल एवं रोपण फसलें) आदि गन्यमान अतिथि उपस्थित थे।
कुलपति का कहना-मौके पर बीएयू के कुलपति डॉ डी. आर. सिंह ने कहा कि “आसाम क़ृषि विश्वविद्यालय के साथ हुए इस करार से दोनों राज्यों में कृषि अनुसन्धान, शिक्षण और प्रशिक्षण में परस्पर सहयोग मिलेगा, खासकर बिहार में चाय कि बागवानी में उन्नत शोध और अध्यन को बढ़ावा मिलेगा।
करार में सहयोग का मुख्य बिंदु कृषि और संबद्ध क्षेत्रों जैसे बागवानी और खासकर चाय जैसी बागवानी फसलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करना और पारस्परिक लाभ के क्षेत्रों में कृषि/बागवानी अनुसंधान करना है।