डुमरांव व पूर्णिया के बाद डीन संग कुलपति किशनगंज पहूंचे पढ़ाया कर्म ही पूजा व मुस्कान के साथ कार्य का पाठ
DESK : महज एक सप्ताह पहले बिहार कृषि विश्वविद्यालय का कमान संभालने के साथ ही नए कुलपति डा.डी.आर.सिंह सूबे के कृषि कालेजों का हाल जानने को भ्रमण पर निकल पड़े। समाधान यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पहूँचने से पहले कुलपति डा.सिंह का वहां पहुंचने की चर्चा विवि के गलियारें में चर्चा का बिषय बना हुआ है। डुमराव व पूर्णिया स्थित कृषि कालेज का हाल जानने के बाद विवि डीन डा.राजेश कुमार, कृषि अधिष्ठाता डा.पी.के.सिंह के साथ कुलपति किशनगंज पहूंच गए। किशनगंज पहुंचने के बाद कुलपति वहां के छात्र छात्राओं से रूबरू हुए और उनकी समस्साओं को सुना। मौंके पर डीन व प्राचार्य को उनकी समस्या का समाधान करने को निर्देशित किया। नए कुलपति के इस त्वरित कारवाई को पाकर छात्र छात्राएं प्रसन्न हो उठे। वहीं कुलपति द्वारा किशनगंज कृषि कालेज में स्नातकोतर की पढ़ाई जल्द शुरू किए जाने का आश्वासन छात्रों व शिक्षको के बीच प्रदान किया गया।
‘शहतून रेशम उत्पादन तकनिकी प्रशिक्षण शिविर में लिया भाग‘
किशनगंज स्थित कृषि कालेज में शहतून रेशम उत्पादन तकनिकी पर आयोजित एक दिवसीय किसान प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन कुलपति डा.डी.आर.सिंह ने किया। उन्होनें शिविर में मौजूद प्रशिक्षणार्थियों से मुखातिब होते हुए रेशम उत्पादन में आ रही परेशानियों के समाधान के लिए एडभांस रिर्सच सेन्टर आन सेरीकल्चर से संर्पक कराने को कालेज प्रबंधन को निर्देशित किया।
वहीं कुलपति ने रेशम उत्पादन की नई तकनिकी की खोज करने व मखाना की खेती को विकसित करने के लिए शोध कार्य बढ़ाने पर जोर दिया। इस मौके पर डा.महेश कुमार, डा.भोलानाथ साहा, डा.डीपी साह, डा.एस.दत्ता एवं डा. अरबिंदम आदि मौजूद थे। इसके पहले कुलपति के आगमन को लेकर कालेज के छात्र छात्राओं द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति की गई।
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