बक्सर/विक्रांत : जवाहर नवोदय विद्यालय नवानगर में प्रत्येक साल की भांति इस साल भी पूर्ववर्ती छात्र छात्राओं का एल्यूमिनी मीट समारोह पूर्वक आयोजित किया गया। इस एल्यूमिनी मीट की शुरुआत विद्यालय के प्राचार्य श्री कौशल कुमार सहित विद्यालय के समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं ने दीप प्रज्वलन के साथ किया।
पूर्ववर्ती छात्र छात्राओं के संबोधन में विद्यालय के प्राचार्य ने सबको निरंतर स्कूल के संपर्क में रहने की बात कही ताकि स्कूल के छात्र-छात्राओं को उनके अनुभवों का लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चे वर्तमान है तो यह पूर्ववर्ती छात्र उनका भविष्य है। उनके अनुभवों के आधार पर हम अपने भविष्य को सुधार सकते हैं।
उन्होंने कहा कि नवोदय विद्यालय नवानगर पीएम श्री योजना के तहत संचालित है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य छात्र-छात्राओं को स्किल डेवलपमेंट और उनका सर्वांगीण विकास है। कार्यक्रम में मंच संचालन का कार्य लोकप्रिय पूर्ववर्ती छात्र ज्ञान ज्योति ने मनमोहक साहित्यिक तरीके से किया। उन्होंने नवोदय से जुड़ी कई यादों को साझा किया जिससे सभी पूर्ववर्ती छात्र-छात्राएं कुछ वक्त के लिए पुराने गुज़रे दिनों की याद कर भाव विभोर हो गए।
कार्यक्रम की शुरुआत एक स्वागत गीत के साथ हुआ जिसको प्रस्तुत करने वाली छात्राएं अनुष्का, वंशिका अंजलि, स्मिता, सान्वी और ईशान प्रवीण रहे। इसके बाद सभी छात्र-छात्राओं ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रमों के द्वारा सबका मन मोह लिया। उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन से लगातार तालियां बजती रही। माइग्रेशन से आने वाली छात्रों में कैथरीन, रोहिणी, स्तुति और गुरास ने अद्भुत प्रदर्शन किया। जया लक्ष्मी ने सोलो डांस के द्वारा सबका मन मोह लिया। इसके साथ ही राजस्थानी डांस में करीना और शैलवी ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
इसके साथ अन्य प्रतिभागियों में आभा, रिया, लाली, सोनाक्षी,नेहा, प्रीति, कावेरी, निशा, महिमा, गौतमी ने काफी मनमोहक कार्यक्रम के द्वारा सबका मनोरंजन किया तथा अपनी प्रतिभा के द्वारा सबको प्रभावित किया। इसके तत्पश्चात सभी पूर्ववर्ती छात्र छात्राओं ने अपने-अपने अनुभवों के द्वारा सभी छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन किया। विद्यालय के प्रथम बैच के छात्र रजत प्रभाकर ने अपने अनुभवों के द्वारा पढ़ाई के तरीकों की चर्चा की।
इसके साथ ही रोशन जहां ने नौकरी के तैयारी के दौरान आने वाली परेशानियां के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि स्ट्रेस मैनेजमेंट हमारे डेवलपमेंट के लिए कैसे जरूरी है। सोनू वर्मा ने छात्र-छात्राओं को नवोदय में रहने के साथ-साथ बाहरी परिवेश से तालमेल बैठाकर रखने की बात कही। उन्होंने कहा कि नवोदय में सिर्फ नामांकन कराना ही एक बड़ी उपलब्धि नहीं है। सभी छात्र-छात्राओं को निरंतर मेहनत करके अपने प्रतिभा का समुचित उपयोग करना चाहिए ताकि वह अपने मेहनत और प्रतिभा के बल पर समाज में एक मिसाल कायम कर सकें।
उन्होंने बिहार मैथमेटिकल सोसायटी के द्वारा आयोजित होने वाली परीक्षा में सभी छात्र-छात्राओं को भाग लेने की अपील की । इसके ततपश्चात सभी शिक्षक शिक्षिकाओं को मोमेंटो द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित शिक्षकों में राधा मोहन सिंह,बसंत प्रसाद, रितेश जायसवाल, आर सी मिश्रा, नितेश प्रसाद, विजय शर्मा और ममता सिंह मौजूद रहे।
विद्यालय के अन्य सभी कर्मचारियों को अंग वस्त्र देकर उनसे सभी छात्र-छात्राओं की उचित देखभाल करने का आग्रह पूर्ववर्ती छात्र छात्राओं ने किया ताकि यह सभी छात्र छात्राएं मेहनत करके भविष्य में एक सफल नागरिक बने तथा समाज को एक मिसाल दें। विद्यालय की संगीत शिक्षिका ममता सिंह ने कार्यक्रम को सफल बनाने में काफी अहम भूमिका अदा की। उन्होंने हर एक जगह पर कार्यक्रम में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज की। इस समारोह के दौरान सभी पूर्ववर्ती छात्र-छात्राओं ने विद्यालय विद्यालय परिसर में एक एमपी हॉल बनाने क्या आग्रह किया।
इसके लिए विभागीय परामर्श और सभी के सहयोग की बात कही ताकि सबको समुचित सुविधाओं का लाभ मिल सके। इस समारोह के दौरान विद्यालय के अन्य पूर्ववर्ती छात्राओं में जिनका सबसे महत्वपूर्ण योगदान था उनमें जयनाथ शर्मा, दयानंद, कुमार गौरव, अमित कुमार, रजनीश, राजकुमारी,अमित गुप्ता के साथ प्रत्येक बैच के छात्र छात्राओं ने अपने अनुभवों के द्वारा छात्र-छात्राओं से व्यक्तिगत रूप से मिलकर उनको अपने जीवन में आगे बढ़ाने की सलाह दी। उन्होंने अपने अनुभवों के द्वारा उन्हें जरूरी सुझाव दिए ताकि सभी छात्र-छात्राएं बिना दिग्भ्रमित हुए और समय बर्बाद किए बिना अपने लक्ष्य को आसानी से पा सके।
कार्यक्रम के दौरान बहुत से पूर्ववर्ती छात्र-छात्राओं जो भौतिक रूप से उपस्थित नहीं हो सके उन्होंने अगले बार इसको बृहद रूप से मनाने की सलाह दी और यह बात रखी की एक बार पूर्व में पदस्थापित सभी शिक्षक शिक्षिकाओं को बुलाया जाए ताकि पुराने दिनों को याद कर सब अपने स्मृतियों को ताजा कर सके।कार्यक्रम का समापन विद्यालय में पदस्थापित रसायन विज्ञान के शिक्षक ने धन्यवाद ज्ञापन के द्वारा किया।